डिजिटल हाजिरी पर सरकार यू-टर्न लेने को तैयार नहीं, आज से आंदोलित शिक्षकों की समझाने मनाने का काम करेगा शिक्षा विभाग
डिजिटल हाजिरी पर सरकार यू-टर्न लेने को तैयार नहीं है। शिक्षा विभाग आज से आंदोलित शिक्षकों की समझाने मनाने का काम करेगा। स्कूल शिक्षा महानिदेशक के निर्देश के बाद कई जिलों के बीएसए सक्रिय हो गए हैं।
शिक्षकों के लगातार आन्दोलन के बावजूद सरकार डिजिटल हाजिरी के मामले में पीछे हटने को तैयार नहीं है। गुरुवार को स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने प्रदेश के सभी एडी बेसिक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयक (प्रशिक्षण) एवं जिला समन्वयक (एमआईएस) साथ ऑनलाइन बैठक कर कल शुक्रवार से इस दिशा में सक्रियता दिखाने के निर्देश दिए हैं। कहा है कि कल से अगले एक सप्ताह तक सभी अधिकारी अपने कार्यक्षेत्र के तहत आने वाले विद्यालयों का प्रातः 7:30 बजे से 10.30 बजे तक नियमित भ्रमण करें और डिजिटल पंजिकाओं के संबंध में शिक्षकों को समझायें और उसक नियमित प्रयोग के लिए प्रेरित करें।
यह भी कहा गया है कि कल से जिले व खण्ड स्तर के सभी विभागीय अधिकारी डिजिटल पंजिकाओं के संबंध में शिक्षक संघो से एक मिनट की बात न करें बल्कि उन्हें बैठाकर एक-दो घण्टे समझाएं। अध्यापक के कर्तव्य समझाएं। इमोशनल करें। उनसे डिजिटल अटेंडेंस लगवाकर बताएं कि आप कर्मठ अध्यापक हैं बाकियों से अलग हैं। उन्हें डिजिटल पंजिकाओं से होने वाले लाभ के बारे में बतायें। यह भी बतायें कि डिजिटल पंजिकाओं के प्रयोग से शिक्षकों को सुविधा एवं समय की बचत होगी, मैनुअल रिकार्ड रखने की आवश्यकता नहीं, स्वचालित एवं सहज रिपोर्ट स्वतः तैयार होने तथा पंजिकाओं के खो जाने अथवा खराब होने की स्थिति उत्पन्न नहीं होने आदि की जानकारी दें। यह भी बतायें कि बच्चों में कक्षावार, विषयवार अपेक्षित दक्षतायें प्राप्त कराया जाना तथा ग्रेड कन्पिटेंसी हासिल किया जाना ही विभाग का मूल लक्ष्य है। इसके लिये समर्पित एवं समन्वित प्रयास आवश्यक है।
यह भी निर्देश दिए गए कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों तथा जिला समन्वयकों/एसआरजी एवं समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियों द्वारा विकासखण्ड के सभी प्रधानाध्यापकों के साथ बैठक करें। बैठक में वीडियो के माध्यम से प्रधानाध्यापकों को डिजिटल पंजिकाओं के प्रस्तुतीकरण एवं प्रशिक्षण की जानकारी दें। साथ ही यूजर मैनुअल एवं प्रशिक्षण वीडियो विभागीय व्हाट्सअप ग्रुप के माध्यम से समस्त शिक्षकों को साझा करायें। इसके अलावा यह भी कहा गया है कि यदि किसी शिक्षक को कोई तकनीकी समस्या आ रही हो तो उनका मोबाइल नम्बर एव विवरण विभागीय व्हाट्सअप ग्रुप पर उपलब्ध कराया जाये ताकि विद्या समीक्षा केन्द्र के माध्यम से उन्हें सीधे कॉल करके समस्या का त्वरित निराकरण किया जा सके।
जिलों में बीएसए हुए सक्रिए
स्कूल शिक्षा महानिदेशक के निर्देश के बाद कई जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारी इस दिशा में सक्रिये हो गये हैं। उन्नाव, कुशीनगर, बरेली, देवरिया, सीतापुर सहित कई बीएसए ने अपने मातहत सभी डीसी, बीईओ, एआरपी को निर्देश जारी कर कहा है कि वे कल सुबह से कम से कम 10 स्कूलों का निरीक्षण करें और प्रेरणा अप्प पर अटेंडनेस लगवाये। इसमें मधुर सम्बन्ध वाले अध्यापको के प्रभाव का भी इस्तेमाल करें। सभी अध्यापकों को बतातयें कि मीडिया द्वारा उन्हें बुरा साबित किया जा रहा है लिहाजा डिजिटली अटेंडेंस लगाकर बताएं कि आप कर्मठ अध्यापक हैं बाकियों से अलग हैं। कल का दिन बेहद अहम है। जब कुछ अध्यापक अटेंडेंस दे देंगे तो ऑनलाइन अटेंडेंस के विरोधियों का मनोबल टूटेगा। उन्हें बताए कि सभी राज्यों में ऑनलाइन डेटा जा रहा है। कल का एटेंडेंस डाटा किसी भी हाल में शून्य न हो।
डिजिटल हाजिरी नहीं लगाने पर अड़े शिक्षक संगठन
उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने बताया कि शिक्षकों को डरा-धमकाकर कर व दबाव बनाकर डिजिटल हाज़री नहीं ले सकता विभाग। उनहोंने बताया कि पहले शिक्षकों से वार्ता कर मांगों पर विभाग विचार करे उसके बाद ही शिक्षक ऑनलाइन हाज़री को तैयार होंगे। कुछ जिलों में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों द्वारा शिक्षकों का वेतन रोकने व शिक्षकों के ख़िलाफ़ कार्यवाही का डर दिखाया जा रहा है जो उचित नहीं है। वहीं शिक्षक, शिक्षा मितर एवं अनुदेशकों के संगठनों का संयुक्त संगठन संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने सात सूत्री मांगों को पूरा करने की मांग दोहराते हुए इस मामले में किसी भी दशा में झुकने के प्रति आगाह किया है।