मकान के लिए नक्शा पास कराने वालों को आसानी, खामियां दूर करने में मदद करेगा विकास प्राधिकरण
गोरखपुर में मकान बनाने के लिए नक्शा पास कराने वालों को आसानी होगी। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) नक्शे की खामियां दूर करने में मदद करेगा। प्राधिकरण 5 जनवरी को विशेष कार्यशाला आयोजित करेगा।
गोरखपुर में मकान बनाने के लिए नक्शा पास कराने वालों को आसानी होगी। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) नक्शे की खामियां दूर करने में मदद करेगा। प्राधिकरण की ओर से 5 जनवरी को शहर के योगीराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह और संस्कृति केंद्र में विशेष कार्यशाला आयोजित की जाएगी। कार्यशाला में मानचित्र से जुड़ी समस्याओं के निराकरण के लिए आवेदकों को जागरूक किया जाएगा ताकि खामियां दूर कर मानचित्र स्वीकृत कराया जा सके।
मानचित्र से जुड़े तमाम मामले छोटी-छोटी कमियों के कारण लंबित पड़े हैं। मानचित्र से जुड़े लंबित मामलों में जिन प्रपत्रों की कमी होगी, उसे आवेदन के साथ उपलब्ध करा देंगे तो स्वीकृति हो जाएगी। जीडीए के स्तर से भी समस्या होगी तो निराकरण किया जाएगा। कार्यकारी मुख्य अभियंता किशन सिंह ने कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 और वित्त वर्ष 2021-22 मिला कर तकरीबन 605 आवेदन ऐसे हैं जिनकी
स्वीकृति आवेदन के स्तर पर कमियों के कारण नहीं हो पा रही है।
जीडीए उपाध्यक्ष के निर्देश पर एक बार फिर एक-एक आवेदक को कॉल कर 5 जनवरी को प्रेक्षागृह में आमंत्रित किया जा रहा है। अप्रैल से अब तक 1,380 नक्शे मंजूर जीडीए ने मौजूदा वित्त वर्ष में 1380 मानचित्र स्वीकृति किए हैं। इस तरह 34.20 करोड़ का राजस्व शुल्क जीडीए को मिला है। पिछले वर्ष 1060 मानचित्र स्वीकृत किए गए थे। इससे जीडीए को 27 करोड़ का राजस्व शुल्क मिला था। जीडीए की कोशिश लम्बित 305 नक्शों को मंजूर कर मार्च 2023 तक रिकार्ड बनाने की है।
जीडीए के उपाध्यक्ष महेन्द्र सिंह तंवर ने कहा कि समीक्षा के दौरान यह बात उजागर हुई कि काफी संख्या में मानचित्र आवेदन संबंधी खामियों के कारण लंबित हैं। हमारी कोशिश है कि ऐसे सभी आवेदकों को एक स्थान पर एकत्र कर समाधान उपलब्ध कराया जाए।