एक नहीं दो लाल सिग्नल को पार कर गई मालगाड़ी, पुरबिया एक्सप्रेस से टकराने से बची, बालासोर जैसा हादसा टला
रामपुर के शहजाद नगर स्टेशन के पास सोमवार की रात को बड़ी अनहोनी टल गई। धामपुर से चली मालगाड़ी रामपुर स्टेशन के दो लाल सिग्नलों को पार कर गई। उसी ट्रैक पर खड़ी पूरबिया से टकराने से बची।
रामपुर के शहजाद नगर स्टेशन के पास सोमवार की रात को बड़ी अनहोनी टल गई। धामपुर से चली मालगाड़ी रामपुर स्टेशन के दो लाल सिग्नलों को पार कर गई। सिग्नलों की अनदेखी कर मालगाड़ी को आनन-फानन में रोका गया। इसके ठीक आगे शहजाद नगर स्टेशन पर पुरबिया एक्सप्रेस सिर्फ चार किमी दूर खड़ी थी। गेटमैन की मदद से बेकाबू हुई मालगाड़ी को नहीं रोका जाता तो चेन पुलिंग के चलते रुकी पुरबिया से मालगाड़ी टकरा जाती और फिर बालासोर जैसा हादसा होने से नहीं रोका जा सकता था।
धामपुर चीनी मिल से मालगाड़ी सोमवार की शाम को निकली थी और रामपुर से बरेली की ओर रात लगभग 12 बजे निकल रही थी। रामपुर स्टेशन पर इस मालगाड़ी को रोकने के लिए लाल सिग्नल दिया गया था, लेकिन मालगाड़ी के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने लाल सिग्नल को अनदेखा कर ट्रेन को आगे बढ़ा दिया। रामपुर स्टेशन के स्टार्टर और एडवांस लाल सिग्नलों को पार करते हुए मालगाड़ी चेन पुलिंग के चलते आगे शहजाद नगर स्टेशन पर खड़ी पुरबिया एक्सप्रेस के पीछे दौड़ी।
रामपुर स्टेशन पर जब 25 वैगन की मालगाड़ी के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने लाल सिग्नल की अनदेखी करते हुए मालगाड़ी को आगे बढ़ा दिया तो रामपुर स्टेशन पर का रेल स्टाफ सतर्क हो गया और आनन-फानन में शहजादनगर रेलवे स्टेशन को सतर्क कर दिया। शहजाद नगर स्टेशन के रेल अफसरों ने बिना समय गंवाए गेट नंबर 400 के गेटमैन को मालगाड़ी को रोकने के निर्देश दिए।
इस पर गेटमैन ने मालगाड़ी को लाल सिग्नल दिखाकर रुकवाया। बड़ा हादसा टलने के बाद रेल अफसरों की सांस में सांस आई। रेल अफसरों की मानें, गेट नंबर 400 जहां पर मालगाड़ी को रोका गया था, वहां से शहजाद नगर स्टेशन पर खड़ी पुरबिया एक्सप्रेस के बीच में मात्र चार किलोमीटर की दूरी बची थी। अगर मालगाड़ी गेट नंबर 400 पार कर जाती तो बालासोर जैसा ट्रेन हादसा रोका नहीं जा सकता था।
बड़ौदा हाऊस से सेफ्टी जांचने मुरादाबाद पहुंचे सीएसओ
मंडल में संरक्षा में हो रही लगातार चूक का मुद्दा रेल मुख्यालय में गूंजा है। सिंभावली में एक पटरी पर दो ट्रेनों के आने की घटना में बड़े बचाव के बाद रामपुर में एक फिर हादसा टल गया। रेल संचालन में बरती गई लापरवाही को मंत्रालय ने भी गंभीरता से लिया है। रामपुर की घटना के बाद बड़ौदा हाऊस ने मंगलवार को सेफ्टी जांचने की तैयारी कर ली।
दिल्ली हेडक्वार्टर से उत्तर रेलवे के प्रमुख रेल संरक्षा अधिकारी (सीएसओ) मुरादाबाद पहुंच गए। अपनी निरीक्षण कार से मुरादाबाद आए सीएसओ और अन्य टीम स्टेशन से सीधे डीआरएम दफ्तर पहुंचे। कुछ देर डीआरएम राज कुमार सिंह से बातचीत के बाद रेल अफसर मनन सभागार पहुंच गए। बैठक में डीआरएम के अलावा मंडल के सीनियर डीएसओ प्रशांत शर्मा, सीनियर डीओएम सुधीर कुमार, सीनियर डीसीएम सुधीर सिंह समेत तमाम अधिकारी रहे।