लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार से सम्मानित जूली तो ऐसे बचा रही हैं पर्यावरण...
गोंडा जिले में मुजेहना के ग्राम पंचायत रूद्रगढ नौसी के मजरा पंडितपुरवा की रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार से सम्मानित जूली पांडेय और उनकी टीम ने पेड़ पौधों को बचाने के लिए देवी देवताओं का प्रतीक चिन्ह...
गोंडा जिले में मुजेहना के ग्राम पंचायत रूद्रगढ नौसी के मजरा पंडितपुरवा की रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार से सम्मानित जूली पांडेय और उनकी टीम ने पेड़ पौधों को बचाने के लिए देवी देवताओं का प्रतीक चिन्ह बनाकर एक अनोखी पर मुहिम चलाई हैं।
इस पहल की शुरूआत जूली पांडेय ने अपने गांव से की है। उसका कहना है कि जरूरत के हिसाब से पेड़ों को काट तो लिया जाता है,लेकिन उसके अनुपात में पौधरोपण नहीं होता। लगातार पेड़ों की कटाई के कारण पर्यावरण प्रभावित हो रहा है,जिसका नुकसान हर किसी को उठाना पड़ रहा है। जूली पांडेय ने बताया वह और उनकी टीम ने पेड़ो को बचाने के लिए पेड़ो पर भगवान् के प्रतीक चिन्ह बनाए है।
लोगों से ले रही वायदा : लोग पेड़ों को न काटे इसलिए पितृ पक्ष में वह अपने पूर्वजों से यह वादा कर रही है कि उनके लगवाए गए पेड़ो को वह कटने नहीं देंगी। इसके लिए लोगों से वायदा लेकर संकल्प पत्र भी भरवा रहीं हैं। उन्होंने बताया कि उनकी टीम में रोहिणी पांडेय,सुधा पांडेय, मीना ,पूजा,रोशनी,कीर्ति, तनु,कशिश, उपासना शुक्ला,पूनम शामिल है।
कहीं त्रिशूल तो कहीं डमरू : बताती है कि किसी पेड़ में त्रिशूल तो किसी में डमरू,सूरज शिवलिंग और किसी में ओंम की आकृति बनाई है।इन बेटियों ने कई पेड़ो पर अब तक पेंटिंग करके लोगो को पेड़ न काटने की बात भी बताई है। टीम का मानना है कि जब पेड़ों पर भगवान के प्रतीक चिन्ह बने रहेंगे तो लोग दहशत में पेड़ को नहीं काटेंगे। इस पहल से यदि कुछ पेड़ भी बचाया जा सके तो इसका लाभ सभी को मिलेगा। इसका ध्यान रखकर ही यह पहल की गई है।
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