72 घंटे से प्रेमी के घर की चौखट पर बैठी है प्रेमिका, जानिए कैसे हुआ 4 बच्चों की मां को इश्क
यूपी के जौनपुर जिले के महराजगंज स्थानीय बाजार स्थित एक प्रेमिका अपने डेढ़ वर्ष के बच्चे के साथ अपने प्रेमी के घर की चौखट पर 72 घंटे से अनशन पर बैठी है और निकाह के लिए प्रेमी के आने का इंतजार कर...
यूपी के जौनपुर जिले के महराजगंज स्थानीय बाजार स्थित एक प्रेमिका अपने डेढ़ वर्ष के बच्चे के साथ अपने प्रेमी के घर की चौखट पर 72 घंटे से अनशन पर बैठी है और निकाह के लिए प्रेमी के आने का इंतजार कर रही है। मौके से प्रेमी और उसके परिजन घर के दरवाजे पर ताला लगाकर फरार हैं। शुक्रवार सीओ बदलापुर के समझाने पर भी अपनी मांग को लेकर बैठी रही।
थाना क्षेत्र के मौलाना मोलबी समसुल वारिश के बड़े बेटे 22 वर्षीय कमरुल वारिश का मोहल्ले की ही 4 बच्चे की मां 37 वर्षीय महिला के साथ पिछले 3 वर्षों से इश्क चल रहा था। प्रेमी अपनी प्रेमिका के घर जाकर उसकी बेटियों को पढ़ता था। प्रेमिका का पति रोजी-रोटी के सिलसिले में मुंबई रहता था। लेकिन लॉकडाउन में घर वापस आकर मजदूरी का काम कर रहा है। एक माह पूर्व महिला दवा के लिए कोलकाता स्थित अपने मायके चली गयी उसके बाद प्रेमी के साथ उसका संबंध बना रहा। प्रेमी के बुलाने पर बीते 28 अप्रैल को वाराणसी आ गई। प्रेमी की बड़ी बहन के यहां 3 दिन तक दोनों रुके रहे।
प्रेमिका के अनुसार वहां से प्रेमी-प्रेमिका दोनों लुके छिपे मिलते थे। वहां से प्रेमी जोड़ा महराजगंज आकर अपने पिता के पुराने मकान में रुका रहा। प्रेमिका ने बताया कि प्रेमी के पिता ने भी कहा कि तुम अपने पति से तलाक लेकर आओ मैं अपने बेटे से निकाह करा दूंगा। मेरा प्रेमी भी मुझसे यह कह कर गया है तुम तलाक लेकर आओ मैं तुमसे शादी करूंगा। उसने आरोप लगाया कि भाई और पिता द्वारा मेरे प्रेमी को डरा धमका कर भगा दिया गया है। प्रेमी हमसे कह कर गया है जब तक मैं वापस ना आऊं मेरे घर पर ही रहना।
जब तक प्रेमी वापस नहीं आएगा मैं यहीं घर के सामने बैठकर प्राण त्याग दूंगी। प्रेमी के साथ पिछले 3 वर्षो से संबंध है। यह डेढ़ वर्ष का बेटा भी मेरे प्रेमी का ही है।
उसने बताया कि पिछले 72 घण्टे से मैं भूख हड़ताल पर बैठी हूं।प्रेमी के आने पर अन्न खाऊँगी वही डेढ़ वर्षीय बच्चे को पड़ोसियों ने दूध की व्यवस्था की।
इस संबंध में एसओ ओमनारायण सिंह ने बताया सीओ बदलापुर चोप सिंह के साथ जाकर महिला को समझाया लेकिन वह कुछ मानने के लिए तैयार नहैं है जिसे भोजन पानी की व्यवस्था पड़ोसी एक व्यक्ति से कह कर करवा दिया गया है। जरूरत पड़ने पर उसे बगल स्थित एक घर मे रहने की व्यवस्था की जायेगी।