घरों के नक्शे पास करने वाले दफ्तर में सीट से गायब मिले 43 कर्मचारी, VC ने इंजीनियर को कर दिया सस्पेंड
गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने कर्मचारियों की उपस्थिति को लेकर बड़ी कार्रवाई की है। सोमवार को उन्होंने सभी विभागों की उपस्थिति पंजिका की जांच की जिसमें इंजीनियरों...
गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने कर्मचारियों की उपस्थिति को लेकर बड़ी कार्रवाई की है। सोमवार को उन्होंने सभी विभागों की उपस्थिति पंजिका की जांच की जिसमें इंजीनियरों समेत 43 कर्मचारी गैर हाजिर मिले। वहीं लंबे समय से गैरहाजिर चल रहे अवर अभियंता सैयद रफत मुईन के निलंबन की संस्तुति उपाध्यक्ष ने की है। सभी गैरहाजिर कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटा गया है। इनसे स्पष्टीकरण भी तलब किया गया है।
जीडीए उपाध्यक्ष को पिछले कई दिनों से कर्मचारियों की उपस्थिति को लेकर शिकायतें मिल रही थीं। सभी प्रमुख कार्यालय का रजिस्टर मंगाकर जांच की गई तो संख्या को देख उपाध्यक्ष चौंक गए। सुबह 10.30 बजे उपस्थिति रजिस्टर जांच की गई तो कई जिम्मेदार अधिकारी, कर्मचारी से लेकर चपरासी तक कुल 43 लोग अनुपस्थित मिले। एक अवर अभियंता सैयद रफत मुईन लंबे समय से कार्यालय ही नहीं आ रहे हैं। इससे उनके खिलाफ उपाध्यक्ष ने शासन को निलंबन की संस्तुति की है।
उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह का कहना है कि लगातार कर्मचारियों से समय से उपस्थित होकर शासन की मंशा के अनुरूप लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए निर्देशित किया जा रहा था। सुबह 10 बजे पहुंचा तो कई कार्यालयों में सन्नाटा था।
ये कर्मचारी गायब मिले
जीडीए उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह के अनुसार, अवर अभियंता राम इकबाल सिंह, सत्य प्रकाश चौधरी, रामेश्वर दुबे गैरहाजिर मिले हैं। इसी तरह वरिष्ठ लिपिक ब्रज भूषण उपाध्याय, लिपिक मनीष तिवारी, नित्यानंद शुक्ला, प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, शशिकांत गुप्ता, राम सिंह यादव, सतीश चंद तिवारी, श्रीमती उषा मिश्रा, सरोज मिश्र, इलियास अहमद, उपेंद्र मिश्र, अरुण कुमार सिंह, इलेक्ट्रीशियन रामाश्रय मल्ल सहित 17 चपरासी चपरासी गायब मिले हैं। सहायक विधि अधिकारी राकेश के खिलाफ अनुपस्थित रहने पर कार्रवाई की जा रही।
बोले जीडीए उपाध्यक्ष
उपस्थिति रजिस्टर की जांच की गई तो कुल 132 में से 89 कर्मचारी ही उपस्थित मिले। वहीं गैरहाजिर 43 कर्मचारियों के खिलाफ एक दिन के वेतन कटौती की कार्रवाई के साथ ही स्पष्टीकरण मांगा गया है। प्राधिकरण के समस्त स्टाफ को चेतावनी दी है कि वह भविष्य में दफ्तर खुलने के समय पर उपस्थित हों। अन्यथा इससे भी बड़ी कार्रवाई होगी।
प्रेम रंजन सिंह, उपाध्यक्ष, जीडीए