मुन्ना बजरंगी मर्डर केस: सुर्खियों में रहा झांसी का जिला कारागार
बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या होने के बाद एक बार फिर झांसी ज़िला कारागार सुर्खियों मे है। 29 जून को मुन्ना की पत्नी सीमा ने झांसी जेल प्रशासन व एसटीएफ के साथ मिलकर हत्या करवाने की...
बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या होने के बाद एक बार फिर झांसी ज़िला कारागार सुर्खियों मे है। 29 जून को मुन्ना की पत्नी सीमा ने झांसी जेल प्रशासन व एसटीएफ के साथ मिलकर हत्या करवाने की आशंका जताई थी। इसके साथ ही हाल में ही जेल से फेसबुक अपडेट करने को लेकर भी जिला कारागार सुर्खियों में था।
मुन्ना को सबसे पहले सितम्बर 2015 में सुल्तानपुर जेल से झांसी जेल में शिफ्ट किया गया था। जिसके बाद उसे कुछ समय के लिए 2017 मे पीलीभीत जेल भेजा गया था। जिसके बाद मई 2017 में उसे पुनः झांसी जेल भेजा गया था। तब से मुन्ना बजरंगी झांसी जेल में ही बंद था। गौरतलब है कि 2009 में मुन्ना बजरंगी को मिर्जापुर जेल में बंद किया गया था।
मार्च 2017 में हुआ था चेस्ट पेन
झांसी जेल में बंद मुन्ना बजरंगी को मार्च 2017 में चेस्ट पैन हुआ था। जिसे मेडिकल कॉलेज लाया गया था। जहाँ चिकित्सको ने चेक करने के बाद उसे पुनः जेल भेज दिया था।
जुलाई 2017 मे मांगी थी रंगदारी
सिचाई विभाग के एक इंजीनियर आशुतोष रंगदारी मांगने का आरोप लगाया था। जेल में बंद मुन्ना पर फ़ोन पर 5 लाख की रंगदारी मांगने की बात कही थी। जिस पर मामला भी दर्ज कराया गया था।
फ़ेसबुक को लेकर छाया था मुन्ना
हाल ही जेल से मुन्ना की फेसबुक आईडी अपडेट करने की बात सामने आई थी। जिस पर एक्टिव हुई एस टी एफ सहित अन्य एजेंसियो ने मुन्ना की गतिविधियों पर नज़र रखना शुरू कर दिया था।