यूपी में पैरामेडिकल पढ़ाई के नाम पर फर्जीवाड़े का खुलासा, सामने आए 14 कॉलेजों के नाम; देखें लिस्ट
मास्टर माइंड आगरा के पंकज पोरवाल की गिरफ्तारी के बाद अब्दुल कलाम ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट और सोसाइटी संचालित करने वाले अन्य पदाधिकारियों और सदस्यों की गिरफ्तारी को लेकर सबूत जुटाए जा रहे हैं।
Fake Para Medical College: यूपी में फर्जी बोर्ड बना कर पैरामेडिकल कालेज चलाने और फ्रेंचाइजी बांटने के फर्जीवाड़े का बड़ा मामला सामने आया है। इसकी जांच के लिए गोरखपुर के एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने एएसपी मानुष पारीक के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की है। मास्टर माइंड आगरा के पंकज पोरवाल की गिरफ्तारी के बाद अब्दुल कलाम ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट और सोसाइटी संचालित करने वाले अन्य पदाधिकारियों और सदस्यों की गिरफ्तारी को लेकर सबूत जुटाए जा रहे हैं। गिरोह में जुड़े लोगों के नाम का सत्यापन और जालसाजी की रकम के लेनदेन की जांच के लिए एक टीम जल्द आगरा और दिल्ली जाएगी।
गोरखपुर पुलिस ने शाहगंज, आगरा के रहने वाले पकंज पोरवाल की गिरफ्तारी के बाद इस गैंग का खुलासा किया है। हालांकि पकंज के अलावा 13 और लोगों का इस संस्था के पदाधिकारी या सदस्य के रूप में नाम सामने आया है। एसआईटी इस बात की जांच करेगी कि उन्हें इसकी जानकारी है या नहीं। कहीं ऐसा तो नहीं पंकज ने संस्था बनाने के लिए सिर्फ उनके सिर्फ नाम का ही इस्तेमाल किया था। इसके लिए जालसाजी के पैसे के लेनदेन से एसआईटी उनका लिंक तलाशेगी। गिरोह ने अपना बोर्ड कार्यालय आगरा में बनाया है। वहीं सभी आरोपित भी आगरा के ही रहने वाले हैं, जबकि संस्था का रजिस्ट्रेशन दिल्ली में हुआ है। ऐसे टीम जांच के लिए दोनों जगह जाएगी।
ये 13 लोग हैं रडार पर
अब्दुल कलाम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट का एनसीटी दिल्ली/चिट फन्ड से इस गिरोह ने सर्व शिक्षा अभियान के तहत रजिस्ट्रेशन कराया था। इसमें पंकज पोरवाल के अलावा 13 और पदाधिकारी तथा सदस्य हैं। सभी पंकज पोरवाल के परिवार और परिचित लोग हैं। जिन लोगों के नाम सामने आए हैं उसमें पकंज के भाई इन्दीवर पोरवाल, पत्नी कंचन पोरवाल, चाचा जयवीर प्रसाद के अलावा मित्र अनिरुद्ध कुमार, नरेश कुमार, निखिल कुमार, कमलकान्त, कुलदीप वर्मा, सुरेन्द्र कुमार, दर्शन कुमार खट्टरी, प्रेमचन्द्र, मोहित कुमार और सहयोगी रुचि गुप्ता शामिल हैं।
कालेज संचालकों का जवाब तय करेगा अपराध
अब्दुल कलाम ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट से फ्रेंचाइजी लेकर पैरामेडिकल कॉलेज चलाने वाले 14 लोगों को पुलिस ने नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। उनके जवाब पर ही यह निर्भर करेगा कि फर्जीवाड़े में उनकी मिलीभगत है या फिर वे भी एक शिकार हैं। जिन 12 जिलों में 14 कालेज चल रहे थे वहां के स्वास्थ्य/शिक्षा विभाग को भी पत्र लिखा गया है। जवाब मिलने के बाद जरूरत पड़ी तो एसआईटी इन्हें पूछताछ के लिए भी तलब कर सकती है।
वर्ष 2013 से चल रहे इस फर्जी इंस्टीट्यूट की फ्रेंचाइजी पर 14 कालेज चलते पाए गए हैं। इनमें सर्वाधिक तीन कालेज देवरिया के जबकि एक कुशीनगर और एक गोरखपुर में है। पुलिस सभी 14 कालेज के संचालकों को नोटिस भेज कर यह जानने की कोशिश कर रही है कि वे इस गिरोह से कैसे जुड़े? इन सभी कालेज संचालकों से संबद्धता संबंधित समस्त अभिलेखों एवं कार्यवाही से पूर्व अपना पक्ष रखने के लिए गुलरिहा थाने में उपस्थित होने को कहा है।
प्रदेश के इन 12 जिलों संचालित 14 पैरामेडिकल कालेज
- जीवन छवि पैरा मेडिकल कालेज, 62 नीम सराय पीडीए कालोनी मुण्डेरा प्रयागराज, संचालक निरंकार त्रिपाठी
- शम्भूनाथ तिवारी कालेज ऑफ नर्सिंग, गंगौली, पुरा बाजार, अयोध्या, संचालक चन्द्रदेव तिवारी
- छत्रपति शिवाजी कालेज ऑफ साइन्स एण्ड पैरामेडिकल, निकट हनुमान मंदिर महावीर लेन देवरिया, संचालक प्रशान्त कुमार कुशवाहा
- वंश पैरा मेडिकल कालेज, सिरसागंज, जनपद फिरोजाबाद, संचालक कमल किशोर
- प्रतिभा पैरा मेडिकल एण्ड नर्सिंग कालेज, देवरिया मीर, देवरिया, संचालिका प्रतिभा सिंह
- जननी पैरा मेडिकल एंड नर्सिंग साइन्स, निकट हनुमान चौराहा हाटा, कुशीनगर, संचालक विजय प्रताप सिंह
-शौम्य साक्य पैरामेडिकल, देवरिया, संचालक रमाकान्त कुशवाहा
-मां विन्धवासिनी पैरामेडिकल कालेज, रानीडीहा, जनपद गोरखपुर, संचालिका गिरिजा त्रिपाठी
-अन्नपूर्णानन्द पैरामेडिकल कालेज, चरजपुरा बैरिया मोड़, बलिया, संचालक गुप्तेश्वर पाण्डेय
-रुद्रा पैरामेडिकल कालेज, रामनगर मोड़, वाराणसी, संचालक डॉ. पवन साहनी
-ऑल इण्डिया पैरामेडकल कालेज, उर्दौली घुणपुरा, सीतापुर, संचालक राजीव विश्वास
-सतीश चन्द्र इंस्टीट्यूट, चांदपुर, शाहजहापुर, संचाकल मुकेश शुक्ला
-सान हास्पिटल, नरियावल अड्डा, बरेली, संचालक डॉ. फहीम खान
-वाशु पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट, पावर स्टेशन के पास गंगा कालोनी, नरौना, बुलन्दशहर, संचालिका रुचि