विंध्याचल में कॉरिडोर बनने से पहले ही फर्जीवाड़ा, फेसबुक पेज बनाकर क्यूआर कोड से चंदा वसूली
विंध्य कॉरिडोर के नाम पर फर्जी फेसबुक पेज बनाकर साइबर ठगी करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने फर्जीवाड़ा करने वाले अधिवक्ता को गिरफ्तार कर लिया है।पेशे से अधिवक्ता यह फर्जीवाड़ा कर रहा था।
वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर की तरह विंध्याचल में विंध्या कॉरिडोर बनाया जा रहा है। बनने से पहले ही इसके नाम पर फर्जीवाड़ा शुरू हो गया है। विंध्य कॉरिडोर के नाम पर फर्जी फेसबुक पेज बनाकर साइबर ठगी करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने फर्जीवाड़ा करने वाले अधिवक्ता को गिरफ्तार कर लिया है।पेशे से अधिवक्ता यह फर्जीवाड़ा कर रहा था। उसने फेसबुक पेज पर अपने खाते का क्यूआर कोड लगाया था। इसी के जरिए मां विंध्यवासिनी की आरती व पूजन के नाम पर आनलाइन रुपये वसूल रहा था। पुलिस ने अभियुक्त के पास से दो मोबाइल, चार हजार रुपये, आधार कार्ड बरामद किया है।
एसपी संतोष कुमार मिश्रा के अनुसार विंध्याचल निवासी भानू पाठक ने 17 जनवरी को अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध विंध्य कॉरिडोर के नाम पर फर्जी फेसबुक पेज बनाकर साइबर ठगी करने की तहरीर दी थी। तहरीर के आधार पर पुलिस धोखाधड़ी समेत आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर छानबीन में जुटी थी। एसपी ने एएसपी सिटी के नेतृत्व में टीम गठित की।
टीम ने पेज के बारे में पता किया तो वह पटना के पत्रकारनगर थाना क्षेत्र के ए-20 बैंक मेन कालोनी चित्रगुप्तनगर निवासी मनीष कुमार चला रहा था। पुलिस ने छापेमारी कर उसे धर दबोचा। पूछताछ में उसने बताया कि वह विंध्य कॉरिडोर के नाम पर फर्जी फेसबुक पेज बनाया था।
फेसबुक पेज पर अपने बैंक एकाउंट का क्यूआर कोड लगाकर विंध्य कॉरिडोर के नाम पर अनुदान राशि को लोगों से अपने खाते में मंगा लेता था। पुलिस ने अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अभियुक्त के पास से दो मोबाइल, आधार कार्ड व चार हजार रुपये बरामद हुए। एसपी ने बताया कि अभियुक्त पटना हाईकोर्ट में अधिवक्ता है।