रातों रात शिवपाल यादव से मिले पूर्व मंत्री आबिद रजा, सपा से इस्तीफा देने के पीछे की बताई वजह
सपा से बगावत और सेकुलर पंचायत के माध्यम से विरोध कर चुके पूर्व मंत्री आबिद रजा की एक बार फिर सपा के प्रत्याशी शिवपाल सिंह यादव से मुलाकात हुई है। जिसकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए तो राजनीतिक...
सपा से बगावत और सेकुलर पंचायत के माध्यम से विरोध कर चुके पूर्व मंत्री आबिद रजा की एक बार फिर सपा के प्रत्याशी शिवपाल सिंह यादव से मुलाकात हुई है। जिसकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए तो राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई। वहीं पूर्वमंत्री आबिद रजा ने रातोंरात हुई मुलाकात के दौरान शिवपाल यादव को सेकुलर समाज का पत्र सौंपा है। जिसमें साफ कहा कि मुलायम सिंह के समय सपा में जो मुसलमानों की एहमियत थी, मुस्लिम लीडर की एहमियत थी, वह आज की सपा में नहीं है। इसलिए सपा से इस्तीफा दिया है।
बदायूं शहर के लालपुल स्थित पूर्वमंत्री आबिद रजा के आवास पर बुधवार की रात को पहुंचे सपा प्रत्याशी शिवपाल यादव को आबिद रजा ने सेकुर्लर समाज हित का पत्र सौंपा है। शिवपाल यादव से कहा कि आपने सियासत मुलायम सिंह के साथ ही है, मुलायम सिंह के साथ संर्घष भी किया है। आपने देखा है कि सपा की कामयाबी में मुसलान की क्या भूमिका रही है। आज सपा विचारधारा बदल चुकी है, इसलिए हम मुसलमानों की विचारधारा की लड़ाई लड़ रहे हैं। शिवपाल को चेतावनी देते हुए यह भी कहा कि अगर मुसलमानों की लड़ाई लड़ना बगावत है तो सही है। कहा कि सपा अगर मुसलमानों के हक की लड़ाई लड़ने का भरोसा दिलाती है तो सपा के साथ हैं बरना मुसलमानों के साथ-साथ सर्वण, पिछड़े, दलित, नौजवान, किसान, अल्पसंख्यकों के साथ हैं।
उन्होंने सौंपे मांग पत्र में कहा कि 80 प्रतिशत हिन्दू और 20 प्रतिशत मुसलमान हैं इसी प्रतिशत में टिकट बंटना चाहिए। सपा में सवर्ण, पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक को हिस्सेदारी चाहिए और आम मुसलमान की बातों पर आवाज उठानी चाहिए। बरेली मंडल में कम से कम एक प्रत्याशी मुसलमान होना चाहिए, बदायूं में छह लाख मुसलमान हैं कम से कम दो मुस्लिमों को टिकट होना चाहिए। कहा कि सपा में एम और वाई का बदल दिया गया है। एम फॉर महिला और वाई फॉर युवा कर दिया गया है। पूर्वंमंत्री आबिद रजा ने का कि सेकुर्लर समाज हित के लिए हमारी जंग जारी है, मांग पूरी न होने तक हम अपने फैसला से नहीं हटेंगे। बतादें कि सपा ने राज्यसभा में सलीम इकबाल शेरवानी को जगह नहीं दी तो उनके साथ पिछले दिनों सपा के राष्ट्रीय सचिव और पूर्वमंत्री आबिद रजा ने पद से इस्तीफा दे दिया और सेकुर्लर पंचायत के माध्यम से सपा का खुलकर विरोध किया था।