यूपी में पैरामेडिकल कोर्सों के लिए अलग काउंसिल का गठन शुरू, कैबिनेट दे चुकी है मंजूरी
उत्तर प्रदेश में पैरामेडिकल कोर्सों के लिए अलग काउंसिल के गठन शुरू हो गया है। राज्य कैबिनेट ने फरवरी में काउंसिल के गठन को मंजूरी दे दी थी लेकिन अभी वो काम आगे नहीं बढ़ पाया था।
यूपी में पैरामेडिकल कोर्सों के लिए अलग काउंसिल के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यही काउंसिल सभी पैरामेडिकल कोर्सों के पंजीकरण और नियमन के कार्य को देखेगी। स्टेट एलायड एंड हेल्थकेयर काउंसिल नामक इस संस्था के गठन के लिए पहले अध्यक्ष की खोज की जाएगी। इसके लिए प्रदेश सरकार ने प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा की अध्यक्षता में छह सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। काउंसिल में अध्यक्ष के अलावा पैरामेडिकल के 10 ट्रेड से जुड़े दो-दो प्रतिनिधि शामिल होंगे।
प्रदेश में पैरामेडिकल के तमाम पाठ्यक्रमों की मॉनिटरिंग फिलहाल स्टेट मेडिकल फैकेल्टी द्वारा की जाती है। नर्सिंग के लिए अलग काउंसिल है जबकि पैरामेडिकल में 59 प्रकार के कोर्स संचालित हैं मगर इनके लिए अलग से ऐसी कोई नियमक संस्था नहीं है। केंद्र सरकार ने कोर्सों व प्रशिक्षुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए नेशनल कमीशन फॉर एलायड एंड हेल्थकेयर प्रोफेसंस (एनसीएएचपी) एक्ट-2021 नामक कानून बनाया था। साथ ही सभी राज्यों को भी पैरामेडिकल को लेकर अलग काउंसिल बनाने के लिए कहा गया था।
राज्य कैबिनेट ने फरवरी में काउंसिल के गठन को मंजूरी दे दी थी लेकिन अभी वो काम आगे नहीं बढ़ पाया था। अब केंद्र सरकार ने यूपी सहित उन सभी राज्यों की समीक्षा की, जहां अभी काउंसिल नहीं बनी है। बैठक के बाद प्रदेश सरकार ने काउंसिल के अध्यक्ष के चयन के लिए छह सदस्यीय सर्च कमेटी बना दी है। काउंसिल पैरामेडिकल कोर्सों के लिए नियमन, संचालन, पंजीकरण के साथ ही हेल्थकेयर पाठ्यक्रमों की गुणवत्ता और मानकों पर भी नजर रखेगी।
दूसरे राज्यों में भी खुलेंगे रोजगार के द्वार
काउंसिल के गठन के बाद पैरामेडिकल कोर्स करने वालों को खासी सुविधा होगी। उनके लिए दूसरे राज्यों में रोजगार के द्वार भी खुलेंगे। काउंसिल ऑपरेशन थियेटर (ओटी) टेक्नीशियन, कार्डियोलॉजी टेक्नीशियन, एक्सरे सीटी टेक्नीशियन, रेडियोलॉजी एंड इमेजिंग टेक्नीशियन, लैब टेक्नीशियन, आप्टोमेट्री टेक्नीशियन, डायलिसिस टेक्नीशियन, क्रिटिकल केयर टेक्नीशियन, आईसीयू टेक्नीशियन, ईसीजी टेक्नीशियन, इंडोस्कोपी टेक्नीशियन, एनेस्थिसिया एंड क्रिटिकल केयर टेक्नीशियन सहित अन्य पैरामेडिकल कोर्सों से जुड़ी सभी व्यवस्थाएं देखेगी।
सर्च कमेटी में यह शामिल
प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा की अध्यक्षता में बनाई गई सर्च कमेटी में अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति, सैफई आयुर्विज्ञान संस्थान के पैरामेडिकल विभाग के डीन डा. कमल पंत, एम्स दिल्ली के गैस्ट्रोइंस्टाइनल विभाग के प्रोफेसर डा. निहार रंजन दास, मेदांता अस्पताल लखनऊ के निदेशक डा. राकेश कपूर को सदस्य बनाया गया है जबकि महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण इसके संयोजक सदस्य बनाए गए हैं।