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यूपी में बाढ़ का कहर, सैकड़ों गांवों में पानी भरा; इस जिले में डीएम ने बंद किए 83 स्कूल

यूपी के कई जिलों में बाढ़ कहर बरपा रही है। शुक्रवार को भी राज्य के कई हिस्सों में अच्छी बारिश हुई। इससे स्थिति और बिगड़ गई। वर्षा जनित हादसों में दो बच्चों और एक महिला समेत 5 की मौत हो गई है।

Ajay Singh हिन्दुस्तान, लखनऊSat, 13 July 2024 02:15 AM
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यूपी के कई जिलों में बाढ़ कहर बरपा रही है। शुक्रवार को भी राज्य के कई हिस्सों में अच्छी बारिश हुई। इससे स्थिति और बिगड़ गई। वर्षा जनित हादसों में दो बच्चों और एक महिला समेत पांच की मौत हो गई है। कई जिलों में हाईवे और सड़कें पानी में डूबी होने से यातायात प्रभावित है। सैकड़ों गांवों में पानी भरने से लोग परेशान हैं। हरदोई में बाढ़ के कारण जिलाधिकारी ने 83 स्कूलों को 18 जुलाई तक बंद करने के आदेश दिए हैं।

हरदोई और फर्रुखाबाद में बाढ़ से आफत खड़ी हो गई है। हरदोई में 100 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं। फर्रुखाबाद में रामगंगा में उफान से अलादादपुर भटौली समेत कई गांवों में पानी घुस गया। रतनपुर रम्हौआ गांव निवासी चंद्रमोहन द्विवेदी का 13 वर्षीय बेटा नारायण शुक्रवार सुबह उफनाए सोता नाला में बह गया। वह दो बच्चों के साथ नहाने गया था। वहीं, फतेहपुर में गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु के करीब पहुंच गया है।

शाहजहांपुर में लखनऊ- दिल्ली हाईवे दूसरे दिन भी बंद

शाहजहांपुर में लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाईवे पर बाढ़ के पानी के तेज बहाव के कारण दूसरे दिन भी आवागमन बंद रहा। पीलीभीत में बाढ़ का पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है। सभी हाईवे पर यातायात शुरू कर दिया गया है। साथ ही टनकपुर के बाद शाहजहांपुर रूट पर ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया है। लखीमपुर खीरी में एनएच 731 पर बाढ़ का पानी भरा होने के कारण यह छठे दिन भी बंद रहा।

पूर्वांचल में वज्रपात से दो की मौत 
पूर्वांचल के कई जिलों में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से उमसभरी गर्मी से निजात मिली है। वज्रपात से बलिया में किसान और मिर्जापुर में महिला की मौत हो गई।

राप्ती और तेलार नदियां भी लाल निशान के पार
सिद्धार्थनगर में बूढ़ी राप्ती के बाद राप्ती और तेलार ने भी लाल निशान के पर पहुंच कर गई हैं। सड़कें, गांव डूबे हैं। जलस्तर बढ़ने से प्रभावित गांवों की संख्या बढ़ रही है। गुरुवार देर रात भनवापुर क्षेत्र में शाहपुर-भोजपुर बांध लगभग 20 फीट कट कर बह गया। वहीं बाढ़ का पानी आने के बाद ढेबरुआ-डुमरियागंज मार्ग पर प्रशासन ने बैरिकेडिंग कर दी है।

गोरखपुर से मिली सूचना के मुताबिक राप्ती नदी का जलस्तर शुक्रवार को खतरे के निशान से 29 सेंटीमीटर ऊपर दर्ज किया गया। हालांकि, सरयू नदी का जलस्तर पिछले 24 घंटे में 21 सेंटीमीटर घटा है लेकिन अभी नदी लाल निशान के पार बह रही है। पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक रोहिन नदी का जलस्तर 83 सेंटीमीटर बढ़ा है। गोर्रा और कुआनो का भी जलस्तर बढ़ रहा है। वहीं बलरामपुर के 150 गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। वहीं, गोण्डा के 150 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। सरयू का पानी घटने के बावजूद लोगों ने सड़क पर डेरा डाल रखा है।

बीकेटी के बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंचे अफसर
लखनऊ के बीकेटी में इटौंजा के तीन गांव बाढ़ से घिरते जा रहे हैं। फसलें गोमती के पानी में डूब रही हैं। मुख्य सड़क तक पानी आ गया। ऐसे में शुक्रवार की शाम को एसडीएम और नगर पंचायत अध्यक्ष बाढ़ग्रस्त इलाकों का निरीक्षण करने पहुंचे। एसडीएम सतीश चंद्र त्रिपाठी ने बताया गोमती नदी का जलस्तर बढ़ने से नुकसान का आकलन जल्द शुरू होगा। जल भराव पर बराबर निगरानी रखी जा रही है।

बस्ती में कुआनो में डूबने से दो बच्चों की मौत
बस्ती के वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के शेखपुरा गांव के किनारे कुआनो नदी में नहाने गए दो बच्चे डूब गए। स्थानीय लोगों ने दोनों बच्चों को निकाल कर अस्पताल पहुंचाया जहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बलिया से मिली सूचना के मुताबिक खतरे के निशान के ऊपर बह रही सरयू नदी के जलस्तर में बढ़ाव का सिलसिला लगातार जारी है। इससे तटवर्ती इलाकों के लोगों में दहशत बढ़ने लगी है।

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