फर्जी डॉक्यूमेंट पर नौकरी कर रहे पांच शिक्षक बर्खास्त, होगी रिकवरी
फर्जी अभिलेखों के सहारे नौकरी हासिल करने वाले पांच शिक्षकों को अमेठी बीएसए ने आखिरकार बर्खास्त कर दिया है। पिछले दो सालों से इनकी बर्खास्तगी की कार्रवाई चल रही थी। शुक्रवार को बीएसए ने इनकी
फर्जी अभिलेखों के सहारे नौकरी हासिल करने वाले पांच शिक्षकों को अमेठी बीएसए ने आखिरकार बर्खास्त कर दिया है। पिछले दो सालों से इनकी बर्खास्तगी की कार्रवाई चल रही थी। शुक्रवार को बीएसए ने इनकी बर्खास्तगी का आदेश जारी कर दिया।
16648 सहायक अध्यापक भर्ती के अंतर्गत नियुक्त पांच शिक्षकों के अभिलेख फर्जी होने की शिकायत एक व्यक्ति ने बीएसए से की थी। लगभग दो साल पहले प्राप्त शिकायत के क्रम में तत्कालीन बीएसए ने फिरोजाबाद जिले के बीएसए से जांच आख्या मांगी थी। इसके बाद वहां के बीएसए ने रिपोर्ट उपलब्ध कराई थी। इसके बाद सभी पांच शिक्षकों का वेतन रोकते हुए उन्हें नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद से ही सभी शिक्षक फरार हो गए। इसी बीच पुराने बीएसए विनोद कुमार मिश्र का तबादला हो गया। फर्जी शिक्षकों का दुर्भाग्य ही रहा कि जिले में आए बीएसए डॉ. अरविंद कुमार पाठक इसके पहले फिरोजाबाद में ही तैनात थे। पूरा प्रकरण उनके संज्ञान में था। उन्होंने फिर से मामले का पुलिस वेरिफिकेशन कराया और फिरोजाबाद के जिलाधिकारी के माध्यम से भी जांच आख्या एकत्र की। इसके बाद भी अंतिम नोटिस जारी करते हुए सभी पांच शिक्षकों को अपना पक्ष रखने के लिए कहा था लेकिन कोई भी शिक्षक हाजिर नहीं हुआ। इसके बाद कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को बीएसए ने पांचों शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है। इसके साथ ही सभी पर एफआईआर कराने और रिकवरी का नोटिस जारी किया है।
ये शिक्षक हुए बर्खास्त
बर्खास्त होने वाले शिक्षकों में प्राथमिक विद्यालय पुरे शिवनंदन तिवारी जामो में तैनात अनुपम कुमार, प्राथमिक विद्यालय पूरे बख्तावर शुकुल बाजार में तैनात भारतेंदु सिंह, प्राथमिक विद्यालय शेखपुर शुकुल बाजार में तैनात अनुज कुमार सिंह, प्राथमिक विद्यालय पूरे पाहा शुकुल बाजार में तैनात कौशलेंद्र यादव और प्राथमिक विद्यालय पेडरिया सिंहपुर में तैनात श्याम राठौर शामिल हैं।
बीएसए अमेठी डॉ. अरविंद कुमार पाठक ने बताया कि फर्जी अभिलेखों के सहारे नौकरी हासिल करने वाले पांच शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। यह फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर एक ही नाम से अमेठी और फिरोजाबाद जनपद में नौकरी कर रहे थे। सेवा समाप्त करते हुए उनकी तैनाती स्थल के खंड शिक्षा अधिकारियों से उनके खिलाफ एफआईआर और रिकवरी के आदेश दिए गए हैं।