आजम खां से जुड़े डूंगरपुर मामले में अंतिम बहस पूरी, कोर्ट इस तारीख को सुना सकती है फैसला
आजम खां से जुड़े चर्चित डूंगरपुर प्रकरण में बचाव पक्ष की अंतिम बहस पूरी हो गई है। न्यायालय ने पत्रावली फैसले के लिए सुरक्षित रख ली है। जिसके लिए 16 मार्च की तारीख मुकर्रर की गई है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद आजम खां से जुड़े शहर के चर्चित डूंगरपुर प्रकरण में बचाव पक्ष की अंतिम बहस पूरी हो गई है। न्यायालय ने पत्रावली फैसले के लिए सुरक्षित रख ली है। जिसके लिए 16 मार्च की तारीख मुकर्रर की गई है। यानी, 16 मार्च को इस केस में कोर्ट फैसला सुना सकती है।
मामला सपा शासनकाल काल है। दरअसल डूंगरपुर में आसरा आवास बनाए गए थे। इस जगह पर पहले से कुछ लोगों के मकान बने हुए थे, जिन्हें सरकारी जमीन पर बना बताकर साल 2016 में तोड़ दिया गया था। भाजपा की सरकार आने पर साल 2019 में गंज कोतवाली में 12 लोगों की ओर से दर्ज अलग-अलग मुकदमों में आरोप है कि सपा सरकार में आजम खां के इशारे पर पुलिस और सपाइयों ने बस्ती में आसरा आवास बनाने के लिए उनके घरों को जबरन खाली कराया था। मकानों पर बुलडोजर चलवाकर ध्वस्त कर दिया था। इन मुकदमों में पहले आजम खां नामजद नहीं थे। विवेचना के दौरान जो आरोपी गिरफ्तार किए थे, उन्होंने पुलिस को बयान दिए थे कि आजम खां के इशारे पर मकानों में लूटपाट और तोड़फोड़ की गई थी।
बयानों के आधार पर पुलिस ने आजम खां को भी आरोपी बनाते हुए उनके खिलाफ भी आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया था। इन मामलों की सुनवाई एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट (सेशन ट्रायल) में चल रही है। एडीजीसी सीमा राणा ने बताया कि डूंगरपुर प्रकरण में बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं की बहस बुधवार को पूरी हो गई है। अभियोजन को अपना पक्ष रखने के लिए गुरुवार का वक्त दिया था। जिसकी प्रक्रिया पूरी होने के बाद न्यायालय ने पत्रावली फैसले के लिए सुरक्षित रख ली है। अब 16 मार्च को इस केस में फैसला आएगा।