एम्स में MBBS छात्रों के दो गुटों में मारपीट, चार घायल; आठ को किया निलंबित
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे छात्रों के बीच मारपीट का मामला सामने आया है। घटना बीते शनिवार की है। मारपीट में चार छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे छात्रों के बीच मारपीट का मामला सामने आया है। घटना बीते शनिवार की है। मारपीट में चार छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घटना की सूचना मिलने के बाद एम्स प्रशासन ने आठ छात्रों को निलंबित कर दिया है। खबर है कि निलंबित छात्र प्रशासन पर एकतरफा कार्यवाही करने का आरोप लगा रहे हैं। बताया जा रहा है कि एम्स प्रशासन ने कुछ चहेते छात्रों को इस कार्यवाही के जद से बचा लिया है।
बताया जाता है कि विवाद एम्स में एमबीबीएस के छात्रों के बीच हुआ। हॉस्टल में मेस (कैंटीन) का संचालन इसी बैच के छात्रों की ही कमेटी करती है। इस कमेटी में प्रशासन के चहेते छात्र शामिल हैं। यह कमेटी आय-व्यय का हिसाब रखती है। सूत्रों की माने तो इसी रकम पर एमबीबीएस छात्रों की नजर है। इसको लेकर छात्रों के बीच में बीते आठ महीने से गुटबाजी चल रही है। शनिवार की रात को यह गुटबाजी हिंसक झड़प में तब्दील हो गई।
कुछ छात्रों पर रहम दिल रहा एम्स प्रशासन
सूत्रों ने बताया कि इस मामले में एम्स के प्रशासनिक अधिकारियों ने कुछ छात्रों पर सख्त कार्यवाही की। जबकि कुछ आरोपी छात्रों को शिक्षकों ने बख्श दिया। इस निलंबित छात्रों में ज्यादा आक्रोश है। उनका आरोप है कि कार्यवाही एकतरफा हुई है। बताया जा रहा है कि इस मामले में निलंबित दो छात्र एम्स प्रशासन के इस फैसले के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाने का मन बना रहे हैं।
आठ छात्र हुए निलंबित
हॉस्टल में तैनात सुरक्षाकर्मियों और कर्मचारियों ने इस मामले की जानकारी अधिकारियों को दी। घटना का पता चलने के बाद एम्स प्रशासन के पांव तले जमीन खिसक गई। एम्स प्रशासन मामले को दबाने में जुटा हुआ था। इस बीच मामले की जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को हो गई। ऊपर से दबाव पड़ने के बाद एम्स प्रशासन ने 8 छात्रों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही क्लास सहित अन्य गतिविधियों पर भी रोक लगा दी गई है। मामले की विस्तृत जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है।
एम्स के मीडिया प्रभारी पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि मामला संज्ञान में है। मारपीट की वजह का पता नहीं है। इस मामले में आठ छात्रों को निलंबित किया गया है। मामले की जांच कमेटी कर रही है। इन छात्रों के सभी गतिविधियों पर कैंपस में रोक लगा दी गई है।