Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़father urged police to send his son to jail in gorakhpur know the reason

परेशान पिता ने पुलिस चौकी में जाकर लगाई गुहार, कहा-मेहरबानी करके भेज दें मेरे बेटे को जेल, जानिए वजह

गोरखपुर के कैंट इलाके में शनिवार को एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां के भैरोपुर गांव के रहने वाले एक पिता ने पुलिस से अजीब गुहार लगाई है। बेटे के नशे की लत से परेशान पिता ने इंजीनियरिंग...

Ajay Singh वरिष्‍ठ संवाददाता , गोरखपुर Sat, 3 July 2021 08:34 PM
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गोरखपुर के कैंट इलाके में शनिवार को एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां के भैरोपुर गांव के रहने वाले एक पिता ने पुलिस से अजीब गुहार लगाई है। बेटे के नशे की लत से परेशान पिता ने इंजीनियरिंग कॉलेज पुलिस से उसे जेल भेजवाने की गुहार लगाई। पिता ने कहा कि मेरे बेटे को जेल भेज दीजिए। उसने सिर्फ परिवार का ही नहीं, बल्कि पूरे इलाके का जीना हराम कर रखा है। पिता की ऐसी गुहार सुन पुलिसवाले दंग रह गए। चौकी प्रभारी पुरुषोत्तम आनंद सिंह ने करीब एक घंटे तक नशे की लत में डूबे युवक की काउंसलिंग की, ​फिर चोरी न करने की हिदायत दी। वहीं उसकी काउंसलिंग कराने और नशा मुक्ति केंद्र भेजने की भी सलाह दी।

कैंट इलाके के भैरोपुर निवासी बृजेश जायसवाल सब्जी की दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। उनके दो बेटे और एक बेटी है। घर का सबसे बड़ा बेटा चंदन जायसवाल (18) 12वीं की पढ़ाई करता था। कुछ महीनों पहले तक तो सबकुछ ठीक था, लेकिन करीब तीन से चार महीने पूर्व उसे स्मैक व गांजे की लत लग गई। वह स्मैक के साथ गांजा और नशीली गो​लियों का आदी हो गया। हालत यह हो गई कि नशे की लत को पूरी करने के लिए वह घर में ही चोरी करने लगा। उसे एक बार पुलिस ने बाइक चोरी में उठाया था।

नशा मुक्ति केंद्र से भी भाग आया चंदन
पिता के मुताबिक जब उसे नशे की अमल होती तो वह घर के किसी भी सामान को चुराकर बेच देता। परिवार द्वारा मना करने पर वह घर में मारपीट और सामानों को तोड़फोड़ करने लगा। उसकी इस हरकत से परिवार के लोग काफी परेशान हो गए। चंदन के पिता को किसी ने उसे नशा ​मुक्ति केंद्र भेजने की सलाह दी। गरीब पिता ने कर्ज लेकर 40 हजार रुपए जमा कर उसे शहर के डीआईजी बंगले के पास स्थित नशा मुक्ति केंद्र भेजा, जहां से वह एक महीने के अंदर ही वापस भाग आया। पिता के पैसे भी डूब गए। घर आने के बाद फिर अपनी पुरानी आदतें शुरू कर दी। पिता का कहना है कि उसे नशे की लत से दूर करने के लिए अब तक कर्ज लेकर दो लाख रुपए खर्च कर चुके, फिर भी कोई सुधार नहीं हुआ।

रिश्तेदार की बेटी की बैग से निकाल लिए रुपए
शुक्रवार को उसके घर उसके बुआ की बेटी आई थी। परिवार के लोगों के मुताबिक उसने नशे की लत पूरी करने के लिए रिश्तेदार की लड़की के पर्स से पैसे निकाल लिए। खोजबीन हुई तो चंदन द्वारा पैसे चुराए जाने की बात सामने आई। इससे रिश्तेदारों के सामने भी परिवार की छवि धूमिल हुई। पिता ने डांट लगाई तो उसने फ्रिज तोड़ दी। परेशान पिता बृजेश ने शनिवार को पहले डॉयल 112 पर सूचना दी फिर बेटे को लेकर इंजीनियरिंग कॉलेज पुलिस चौकी पहुंचे। वहां उन्होंने पुलिस से गुहार लगाई कि साहब! कुछ भी कीजिए लेकिन मेरे बेटे को जेल भेज दीजिए। यह सुन वहां सभी पुलिसकर्मी हैरान हो गए। पुलिस ने 34 पुलिस एक्ट में दर्ज कर बेटे को पिता की सपुर्दगी में घर भेज दिया।

तीन माह पहले लावारिश बच्चे को परिजनो से मिलाया था
चन्दन पहले ऐसा नहीं था। तीन महीने पहले भैरोपुर चौराहे पर एक दस वर्षीय बच्चा भटकते हुए मिला था। वह मानसिक रूप से बीमार था। चन्दन ने बच्चे को नाश्ता कराया और इंजीनियरिंग कालेज पुलिस चौकी ले कर आया था। तत्कालीन इंचार्ज महेंद्र मिश्र के प्रयास से परिजन आये और बच्चे को ले गए।
 

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