Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Fake electricity bills of 10 thousand houses were made while sitting in the office arbitrariness is burdening the consumers

दफ्तर में बैठकर बना दिए 10 हजार घरों के फर्जी बिजली बिल, उपभोक्ताओं पर भारी पड़ रही मनमानी

लखनऊ में कर्मचारियों ने दफ्तर में बैठकर ही 10 हजार घरों के फर्जी बिजली बिल बना दिए। इसका खुलासा ओटीएस कैंप में आ रही शिकायतों के आधार पर आ। इसमें चिनहट, बीकेटी, सेस डिवीजन में सर्वाधिक शिकायतें आई हैं

Deep Pandey हिन्दुस्तान, लखनऊFri, 15 Dec 2023 08:39 AM
share Share
Follow Us on

बिजली विभाग के मीटर रीडरों ने उपभोक्ताओं के साथ खेल कर दिया। बिना घर और दुकान गए मीटर रीडरों ने बिजली बिल बना डाला। लखनऊ में ऐसे करीब 10 हजार उपभोक्ताओं की टेबल मीटर रीडिंग हुई। या फिर गलत बिल बने। इसका खुलासा ओटीएस कैंप में आ रही शिकायतों के आधार पर आ। इसमें चिनहट, बीकेटी, सेस डिवीजन में सर्वाधिक शिकायतें आई हैं। विभाग अब ऐसे मीटर रीडरों पर कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। लेसा में मीटर रीडरों की मनमानी उपभोक्ताओं पर भारी पड़ रही है। क्योंकि बिना मीटर रीडिंग देखे टेबल मीटर रीडिंग यानी घर बैठे ही बिल बना रहे हैं।

पिछले दिनों चिनहट के नौबस्ता निवासी एपी सिंह के यहां मीटर रीडर ने 13 हजार रुपये का बिल बना दिया था। हालांकि उपभोक्ता की शिकायत पर बिल सही हो गया, लेकिन अफसरों के मुताबिक 28 नवम्बर तक 10,470 उपभोक्ताओं के बिल गलत थे। इसमें लेसा ट्रांस गोमती जोन-एक 2302, लेसा ट्रांस गोमती जोन-दो 2118, लेसा सिस गोमती जोन-एक 5531, लेसा सिस गोमती जोन-दो 519 उपभोक्ता शामिल है।

शिवपुरी उपकेंद्र के गनेशपुर निवासी सरस्वती देवी के यहां दो किलोवाट लोड (खाता सं. 5345104149) घरेलू कनेक्शन है। उन्होंने आरडीएफ बिल की शिकायत की। उन्होंने ओटीएस कैंप में अधिकारियों से शिकायत की।

 जानिए ये भी

 मीटर रीडरों ने नवम्बर में घर बैठे तय कर दी मीटर रीडिंग

 चिनहट, बीकेटी, उतरेठिया के उपभोक्ता सबसे अधिक परेशान

 टेबल रीडिंग पर जुर्माने का प्रवधान फिर भी नहीं होती कार्रवाई

 टेबल रीडिंग के कारण उपभोक्ता को ओटीएस का लाभ नहीं मिल रहा

अगला लेखऐप पर पढ़ें