लखनऊ पीजीआई में नए साल पर बढ़ेंगी सुविधाएं, 558 बेड पर मरीजों की शुरू होगी भर्ती, जानें और क्या
अब पीजीआई की इमरजेंसी में मरीजों को भर्ती के लिए इंतजार व दूसरे अस्पतालों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। इन मरीजों को तुरन्त बेड मिलेगा। 24 घण्टे ऑपरेशन और जांच की सुविधा मिलेगी। यहां 210 बेड की...
अब पीजीआई की इमरजेंसी में मरीजों को भर्ती के लिए इंतजार व दूसरे अस्पतालों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। इन मरीजों को तुरन्त बेड मिलेगा। 24 घण्टे ऑपरेशन और जांच की सुविधा मिलेगी। यहां 210 बेड की इमरजेंसी मेडिसिन बनकर तैयार है। साथ ही आधुनिक गुर्दा प्रत्यारोपण केंद्र में पेशाब व गुर्दे की बीमारी और प्रत्यारोपण की सुविधा मिलेगी।
पीजीआई निदेशक डॉ. आरके धीमन बताते हैं कि नए साल में यहां 558 बेड क्रियाशील हो जाएंगे। पेशाब व गुर्दे के बीमारी और प्रत्यारोपण के अलावा दिल का दौरा, ब्रेन स्ट्रोक व शरीर के अंदरूनी हिस्से में ब्लीडिंग मरीजों को भर्ती कर त्वरित इलाज मिलेगा। पीजीआई प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। शासन की हरी झंडी मिलते ही जनवरी में लोकार्पण होगा।
सात गुना इमरजेंसी में बेड बढ़े
डॉ. आरके धीमन बताते हैं कि यहां संचालित 30 बेड की इमरजेंसी के मुकाबले नए इमरजेंसी मेडिसिन में सात गुना बेड का इजाफा हो गया है। अब 210 बेड हो गए हैं। गम्भीर मरीजों को अब लौटना नहीं पड़ेगा। डॉक्टर और स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। जनवरी में मरीजों की भर्ती शुरू हो जाएगी।
छह ऑपरेशन थियेटर
यहां छह आधुनिक ऑपरेशन थियेटर हैं। एमआरआई, सिटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, एक्सरे, पैथालॉजी के अलावा जरूरी उपकरण और संसाधन को स्थापित किया जा रहा है। गम्भीर मरीजों के 24 घण्टे ऑपरेशन की सुविधा होगी। यहां दिल और ब्रेन स्ट्रोक मरीजों के लिए विशेष सुविधा मिलेगी।
देश का सबसे बड़ा गुर्दा प्रत्यारोपण केंद्र
पीजीआई में देश का सबसे बड़ा 348 बेड का आधुनिक गुर्दा प्रत्यारोपण केंद्र बनकर तैयार है। यहां गुर्दा मरीजों का प्रत्यारोपण चार गुना होगा। हफ्ते में 10 से 12 प्रत्यारोपण होंगे। यहां स्थापित 111 डायलिसिस स्टेशन में रोज 200 से ज्यादा डायलिसिस होंगी।
पीजीआई के नेफ्रोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. नारायण प्रसाद बताते हैं कि गुर्दा प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा सूची में शामिल मरीजों को डायलिसिस में प्राथमिकता मिलेगी। यहां गुर्दा प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा सूची वाले 600 से ज्यादा मरीजों को राहत मिलेगी।