चंदौली के जवान हरिद्वार यादव की मौत, परिवार में खबर पहुंचते ही कोहराम
चंदौली के जवान हरिद्वार यादव की गुरुवार को मौत हो गई। उनके घर खबर मिलते ही कोहराम मच गया। लोगों की भीड़ उनके घर पर जुट गई। परिवार वालों को बताया गया कि कश्मीर के राजौरी में मुठभेड़ के दौरान हरिद्वार...
चंदौली के जवान हरिद्वार यादव की गुरुवार को मौत हो गई। उनके घर खबर मिलते ही कोहराम मच गया। लोगों की भीड़ उनके घर पर जुट गई। परिवार वालों को बताया गया कि कश्मीर के राजौरी में मुठभेड़ के दौरान हरिद्वार शहीद हो गए हैं। हालांकि शाम में पता चला कि वह राजौरी में तैनात नहीं थे। उनकी तैनाती हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में थी। वहां किन परिस्थितियों में मौत हुई इसकी जानकारी परिवार वाले सही-सही नहीं दे पा रहे हैं।
चहनियां ब्लॉक के हसनपुर गांव के ग्राम प्रधान राजेश यादव के बड़े भाई हरिद्वार यादव (45) सेना में हवलदार के पद पर तैनात थे। परिवार वालों की तरफ से पहले जानकारी मिली कि जम्मू कश्मीर के राजौरी में आतंकियों से मुठभेड़ में वह शहीद हो गए हैं।
बाद में बताया गया कि हरिद्वार की तैनाती हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की योल छावनी में थी। यही पर उनकी मौत हो गई है। हालांकि मौत का कारण नहीं पता चल सका। चंदौली के प्रशासनिक अफसरों को भी इस बारे में सही-सही जानकारी नहीं है। हरिद्वार के परिवार में पिता कल्पनाथ यादव, मां बेचो देवी, पत्नी लीलावती देवी, बेटा गौरव (20) व कृष्णा (14) और बेटी तमन्ना (17) के अलावा भाई राजेश यादव और प्रमोद यादव हैं।
नवंबर में होना था सेवानिवृत्त
हसनपुर गांव के हरिद्वार यादव की 1995 में भारतीय सेना में भर्ती हुई थी। उनका नवंबर 2021 में सेवानिवृत्त होना था। उनके निधन की सूचना मिलते ही समूचे ग्रामीणों में भी शोक की लहर दौड़ पड़ी। ग्रामीणों का जमावड़ा उनके पैतृक आवास पर लगा रहा।
पंचायत चुनाव में आए थे घर
हरिद्वार यादव के छोटे भाई राजेश यादव ने हसनपुर गांव से ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ा था। भाई को चुनाव में जीत दिलाने के लिए जवान हरिद्वार यादव अप्रैल में अपने घर आए थे। चुनाव में उनके भाई राजेश यादव ग्राम प्रधान निर्वाचित भी हो गए। इसके बाद 9 मई को हरिद्वार यादव छुट्टी बीताने के बाद लौट गए थे।
एक दिन पहले ही पत्नी से हुई थी बात
हरिद्वार यादव की एक दिन पहले ही बुधवार की रात मोबाइल पर पत्नी लीलावती व छोटे भाई प्रमोद यादव से बात हुई थी। उन्होंने नवंबर में सेवानिवृत्त के बाद परिवार के साथ पूरा समय बीताने की बात भी कही थी।