तेजी से बढ़ते UP के इस शहर में अपने घर का सपना हुआ आसान, पहली निजी इंटीग्रेटेड टाउनशिप को हरी झंडी
पिछले 7 वर्षों में बदलते और विकसित होते गोरखपुर में आवासीय जरूरतों की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। इन जरूरतों को पूरा करने के लिए ओमेक्स समूह सरीखी बड़ी रियल इस्टेंट कंपनियां भी आकर्षित हो रही हैं।
Integrated Township in Gorakhpur: पिछले सात वर्षों में बदलते और विकसित होते गोरखपुर में आवासीय जरूरतों की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। इन जरूरतों को पूरा करने के लिए ओमेक्स समूह सरीखी बड़ी रियल इस्टेट कंपनियां भी आकर्षित हो रही हैं। गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने रियल इस्टेट डेवलपर कंपनी मेसर्स ओमेक्स लिमिटेड को निजी क्षेत्र की पहली इंटीग्रेटेड टाउनशिप के लिए लाइसेंस प्रदान किया। इस टाउनशिप को तालजहा एवं गायघाट में विकसित किया जाएगा। फर्म एक माह में डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बना कर प्राधिकरण को सौंप देगी।
उत्तर प्रदेश टाउनशिप नीति, 2023 के अंतर्गत प्राधिकरण उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन ने 119 एकड़ भूमि पर टाउनशिप विकसित करने के लिए ओमेक्स समूह को लाइसेंस जारी किया। यह टाउनशिप नीति के तहत निजी क्षेत्र का पहला लाइसेंस है। इस इंटीग्रेटेड टाउनशिप के प्रस्तावित फोरलेन रिंग रोड के करीब होने के चलते बेहतरीन कनेक्टिविटी मिलेगी। परियोजना में बड़ी संख्या में कुशल और अकुशल श्रमिकों के लिए रोजगार के बड़े अवसर उपलब्ध होंगे। इसके पहले जीडीए खुद खोराबार व जंगल सिकरी में 187.22 एकड़ और 207 एकड़ क्षेत्रफल में राप्तीनगर विस्तार एवं स्पोर्ट्स सिटी नाम से टाउनशिप परियोजना लांच कर चुका है।
2100 करोड़ का निवेश
प्राधिकरण के प्रभारी मुख्य अभियंता किशन सिंह ने बताया कि इस परियोजना के अंतर्गत ओमेक्स समूह जमीन समेत टाउनशिप विकास पर 2100 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष निवेश करेगा। इस टाउनशिप में दुर्बल आय वर्ग, अल्प आय वर्ग, मध्यम आय वर्ग एवं उच्च आय वर्ग के नागरिकों को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ आवास की सुविधा मिलेगी।
क्या बोले जीडीए वीसी
जीडीए वीसी आनंद वर्द्धन ने कहा कि जीडीए दो एंटीग्रेटेड टाउनशिप लांच कर चुका है, निजी क्षेत्र की यह पहली टाउनशिप है। इस टाउनशिप से न केवल लोगों को बेहतरीन आवासीय सुविधा मिलेगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।