Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़DM-SP arrived with the police force of 17 police stations to investigate the barracks of MP Azam Khan who was lodged in Sitapur Jail

17 थानों की पुलिस फोर्स के साथ आजम खान की बैरक खंगालने पहुंचे डीएम-एसपी, जानें वजह 

डीएम-एसपी ने बुधवार को औचक निरीक्षण कर जिले की कारागार का हाल जाना। बुधवार दोपहर बाद आजम खां और उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम खां की बैरक भी खंगाली गई। सुरक्षा के हर बिन्दु को जानने के लिए डीएम-एसपी ने...

Dinesh Rathour सीतापुर। संवाददाता , Wed, 27 Oct 2021 08:32 PM
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डीएम-एसपी ने बुधवार को औचक निरीक्षण कर जिले की कारागार का हाल जाना। बुधवार दोपहर बाद आजम खां और उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम खां की बैरक भी खंगाली गई। सुरक्षा के हर बिन्दु को जानने के लिए डीएम-एसपी ने  बंदियों सेपूछताछ भी की। बुधवार दोपहर करीब एक बजे कारागार अचानक छावनी में तब्दील हो गया, जब तक कारागार प्रशासन कुछ समझ पाता, जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज और पुलिस अधीक्षक आरपी सिंह 17 थानों के पुलिस बल के साथ पहुंच गए।  

कारागार अधीक्षक सुरेश कुमार और जेलर आरएस यादव जेल की चहारदीवारी के बाहर आ गए। सभी को जेल के भीतर ले जाया गया। निरीक्षण का पहला क्रम रामपुर सांसद आजम खां की बैरक से आरम्भ हुआ। यहां सघन तलाशी अभियान चला। इसके बाद एक-एक कर सभी बैरक खंगाली गईं। महिला बैरक में तलाशी महिला जेल अधिकारी की मौजूदगी में महिला आरक्षियों द्वारा ली गई। बाद में कारागार अस्पताल का मुआयना हुआ। करीब एक घण्टे तक चले सघन चेकिंग अभियान के बीच तीस बंदियों से जिलाधिकारी ने पूछताछ की। जेल की सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर तमाम सवाल भी किए, बाद में जेल अधीक्षक को विशेष निर्देश भी जिलाधिकारी द्वारा दिये गए। 

सीसीटीवी फुटेज भी देखे 

सीसीटीवी कैमरों का हाल जानने के लिए जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने एक-एक कैमरे के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। मुख्य द्वार से लेकर अंदर तक लगे हर कैमरे की स्थितियों का आंकलन किया। आने-जाने वालों का लेखा जोखा कहां-कहां उपलब्ध है, इसको भी खंगाला गया।  

आजम से मिलने वालों के लिए बढ़ सकती हैं सख्ती 

रामपुर सांसद आजम और अब्दुल्ला से मिलने वालों के लिए खास निर्देश भी प्रशासनिक अमले की ओर से दिए गए हैं। जानकारों की मानें तो जिलाधिकारी ने आने जाने वालों की सूचनाओं की जानकारी ली। आजम और अब्दुला से मिलने वालों की जानकारी ली। सख्त हिदायतों के बीच कारागार प्रशासन को निर्देश भी मिले। ऐसे में माना जा रहा है कि रामपुर सांसद से मिलने वालों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।  


 

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