जिला और क्षेत्र की टीम नहीं बदलेगी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की दो टूक, सिर्फ निष्क्रिय लोग हटेंगे
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने सोमवार को दो टूक कहा कि जिलों और क्षेत्र की टीम में बदलाव नहीं होगा। कहा कि किसी को हटाने-बनाने का काम बंद करें। कहा कि सिर्फ निष्क्रिय लोग हटेंगे।
लोकसभा चुनावों की घोषणा भले अगले साल हो लेकिन भाजपा ने प्रदेश में चुनावी बिगुल फूंक दिया है। जिलाध्यक्षों को पार्टी नेतृत्व ने सोमवार को दो टूक समझा दिया कि जिला और क्षेत्रों में कोई बदलाव नहीं होंगे। बेहद जरूरी होने पर ही बदलाव किया जाएगा, वो भी आंशिक। यहां तक कह दिया कि अपनी नई टीम बनाने के लिए बायोडाटा बटोरने का चक्कर छोड़कर चुनावी तैयारी में जुटें। बूथ की इकाई को ठीक करने के साथ ही पन्ना प्रमुखों की सूची को नये सिरे से दुरुस्त करने को कहा गया है।
भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में सोमवार को सभी जिलाध्यक्षों, क्षेत्रीय अध्यक्षों व प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक हुई। इस बैठक में उन लोगों को भी बुलाया गया, जिन्हें जिलों का प्रभारी बनाया जाना था। जिला, क्षेत्र और मोर्चों में हुए बदलाव की जानकारी देने के साथ ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने चुनावी तैयारियों के रोडमैप पर चर्चा की। महामंत्री संगठन ने स्पष्ट कर दिया कि केवल निष्क्रिय, बीमार या कोई अन्य विशेष कारण होने पर ही जिलों और क्षेत्रीय टीम में बदलाव किया जाएगा। इसके अलावा कोई बदलाव नहीं होगा। इससे साफ हो गया कि यही टीम अब चुनाव तक काम करेगी।
बूथों के गठन में हीलाहवाली पर जताई नाराजगी
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने इसे और स्पष्ट तौर पर समझा दिया कि किसी को हटाने और बनाने के काम में कोई जिलाध्यक्ष न लगे। ऐसी कोई शिकायत नहीं मिलनी चाहिए कि नये बायोडाटा बटोरने में लगे हैं। किसी को जिलाध्यक्ष या क्षेत्रीय अध्यक्ष से मिलने के लिए कहने का मतलब यह कतई नहीं है कि बदलाव के लिए नीचे से नाम मांगे जाएंगे। सभी लोग संगठन के काम में जुटें। महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने बूथों के गठन का क्षेत्रवार ब्योरा रखा। कई क्षेत्रों में अधूरे काम पर नाराजगी भी जताई। वोटर चेतना अभियान के काम में भी तेजी से जुटने को कहा गया।
लोकसभा-विधानसभा में प्रभारी-संयोजकों की नियुक्ति जल्द
पार्टी जल्द लोकसभा क्षेत्र और विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारी और संयोजक नियुक्त करेगी। इसके लिए सभी क्षेत्रीय अध्यक्षों को तय फार्मेट भी दे दिया गया है। वहीं प्रभारियों को भी जल्द इसे दे दिया जाएगा। 30 नवंबर तक लोकसभा-विधानसभा प्रभारी और संयोजकों की नियुक्ति का काम पूरा करने को कहा गया है।