Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Dhananjay Singh s troubles increased now former MP also under the purview of Lokayukta s investigation

धनंजय सिंह की बढ़ीं मुश्किलें, अब लोकायुक्त की भी जांच के दायरे में आए पूर्व सांसद

जौनपुर से पूर्व सांसद बाहुबली धनंजय सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। धनंजय सिंह लोकायुक्त की भी जांच के दायरे में आ गए हैं। जेल में बंद गायत्री प्रजापति की कंपनी से जमीन खरीदने का धनंजय पर आरोप है।

Yogesh Yadav हिन्दुस्तान, लखनऊMon, 13 May 2024 08:12 PM
share Share

पूर्व सांसद धनंजय सिंह एक और मुसीबत में फंस गए हैं। जेल में बंद पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की कंपनी से जमीन खरीदने के आरोपों की जांच लोकायुक्त ने भी शुरू कर दी है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी इस मामले की जांच कर रहा है। धनंजय सिंह पर एक हफ्ते में दूसरी मुसीबत इसे मान सकते हैं। पिछले ही हफ्ते उनकी पत्नी श्रीकला का टिकट बसपा ने काट दिया था। हालांकि बसपा की तरफ से कहा गया था कि धनंजय सिंह ने किसी डर या दबाव में खुद ही चुनाव नहीं लड़ने की बात कही। इसके बाद उनकी पत्नी की जगह श्याम सिंह यादव को उतारना पड़ा है। धनंजय सिंह ने यह भी कहा था कि जौनपुर से सांसद वही बनेगा जिसे वह चाहेंगे। अभी तक उनकी चाहत सामने नहीं आई है। 

गायत्री प्रजापति से जमीन की खरीद के मामले में जौनपुर के रहने वाले कृपा शंकर यादव ने ईडी के निदेशक के साथ-साथ लोकायुक्त से भी शिकायत की थी। कृपा शंकर का आरोप है कि गायत्री प्रजापति के परिवार की कंपनी एमजीए कॉलोनाइजर्स ने 2016 में लखनऊ में सुलतानपुर रोड स्थित अहमामऊ में 3.80 करोड़ रुपये में 1784.386 वर्ग मीटर जमीन खरीदी थी। आरोप है कि यही जमीन 2019 में धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह को बेच दी गई और इसमें मात्र 10 लाख का मुनाफा दिखाया गया है। शिकायकर्ता का आरोप है कि इस सौदे में हुआ लेन-देन संदिग्ध है।

लोकायुक्त के सचिव राजेश कुमार ने वाराणसी के मंडलायुक्त से एक तीन सदस्यीय समिति गठित कर परिवादी की शिकायतों की जांच कराने और तथ्यात्मक जांच रिपोर्ट लोकायुक्त को उपलब्ध कराने को कहा है। इसमें यह भी कहा गया है कि परिवादी को भी अपना बयान दर्ज कराने और साक्ष्य उपलब्ध कराने का पूरा अवसर दिया जाए। इस बीच नई दिल्ली स्थित ईडी मुख्यालय ने भी शिकायतों का संज्ञान लिया है।

मुख्यालय के सहायक निदेशक (विजिलेंस) ने शिकायकर्ता कृपाशंकर यादव से आरोपों के संबंध में साक्ष्य मांगा है। खनन घोटाले में गायत्री प्रजापति पहले से ही ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं। यह जांच ईडी का लखनऊ जोनल कार्यालय कर रहा है। अब यह प्रकरण भी ईडी की जांच में शामिल हो सकता है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें