मसाले से मिला ट्रक और इत्र का कनेक्शन, जानें 150 करोड़ के खुलासे वाली DGGI छापेमारी की इनसाइड स्टोरी
कानपुर में इत्र कारोबारी के सात ठिकानों पर डीजीजीआई (डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलीजेंस) के छापों और उनमें मिली 150 करोड़ रुपए की अघोषित रकम की चर्चा खूब हो रही है। इस बड़ी छापामारी के पीछे ...
कानपुर में इत्र कारोबारी के सात ठिकानों पर डीजीजीआई (डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलीजेंस) के छापों और उनमें मिली 150 करोड़ रुपए की अघोषित रकम की चर्चा खूब हो रही है। इस बड़ी छापामारी के पीछे डीजीजीआई के अधिकारियों की सूझबूझ और सतर्कता की कहानी सामने आई है। इस कहानी के मुताबिक डीजीजीआई अहमदाबाद की टीम ने बेहद सतर्कता से पूरी कार्यवाही को अंजाम दिया। पान मसाला कारोबारी के यहां छापे से मिली कड़ियों को आपस में इस तरह जोड़ा कि परत दर परत राज खुलते चलते गए।
इस कड़ी में इत्र कारोबारी के सात ठिकानों पर छापे मारे। सूत्रों के मुताबिक छापों में करीब 150 करोड़ की अघोषित रकम का खुलासा हुआ है। 90 करोड़ नगद मिले हैं। इसी क्रम में कन्नौज में एक घर सीज किया गया, जो इत्र कारोबारी पीयूष जैन का है। देर रात तक टीमें छानबीन कर रही हैं। इत्र कारोबारी के कन्नौज स्थित तीन परिसरों, कानपुर में आवास, आफिस, पेट्रोल पंप व कोल्ड स्टोरेज पर जांच टीमों ने एक साथ छापे मारे। अफसरों ने उनके मुंबई स्थित शोरूमों और आफिस में भी कार्रवाई की है। उनके साथ एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के आवास और आफिसों में भी छापे मारे गए हैं। कानपुर के टीपी नगर व आनंदपुरी में बड़ी संख्या में दस्तावेज सीज किए गए।
इसके पहले बुधवार को एक पान मसाला समूह पर की गई छापेमारी का असर एक अन्य पान मसाला कंपनी पर पड़ा। टीम ने नयागंज में दूसरे पान मसाला समूह के निदेशक को भी पूछताछ के लिए घेर लिया। जांच में तार एक चर्चित ट्रांसपोर्टर से जुड़े, फिर एक इत्र कारोबारी से भी लिंक मिला। टीम की जांच में खुलासा हुआ कि करीब दस करोड़ का अघोषित लेनदेन किया गया है। इसे लेकर एक साथ ट्रांसपोर्टर और इत्र कारोबारी के घर छापा मारा गया। वहां से ट्रांसपोर्टर और पान मसाला कंपनी के बीच करीब दस करोड़ रुपए के कैश लेनदेन का खुलासा हुआ। लेकिन बड़ी सफलता मिली ट्रांसपोर्टर के करीबी इत्र कारोबारी के घर पर, जहां से डीजीजीआई विंग को कैश के भंडार मिले। डीजीजीआई की इस जांच के बाद तीनों के बीच कड़ी अपने आप जुड़ गई।