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पूर्व सांसद के बेटे की मौत मामले में डिप्टी सीएम का एक्शन, PGI के इमरजेंसी मेडिकल ऑफीसर को हटाया

रविवार को एसजीपीजीआई की इमरजेंसी में इलाज न मिलने से भाजपा के पूर्व सांसद भैरव प्रसाद मिश्रा के बेटे की मौत पर शासन ने तीखी नाराजगी जताई है। डिप्टी सीएम पीजीआई के डॉक्टर को हटा दिया है।

Dinesh Rathour कार्यालय संवाददाता, लखनऊ।Mon, 30 Oct 2023 10:14 PM
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रविवार को एसजीपीजीआई की इमरजेंसी में इलाज न मिलने से भाजपा के पूर्व सांसद भैरव प्रसाद मिश्रा के बेटे की मौत पर शासन ने तीखी नाराजगी जताई है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के आदेश पर सोमवार को इमरजेंसी मेडिकल आफीसर (ईएमओ) डॉ. चंद्रशेखर बाजपेई को हटा दिया गया है। डिप्टी सीएम ने पीजीआई निदेशक को चेतावनी दी है कि भविष्य में इस तरह की घटना न हो। घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। निदेशक ने जांच को गोपनीय बताते हुए कुछ भी कहने से मना कर दिया है।

बांदा से भाजपा के पूर्व सांसद रहे भैरव प्रसाद मिश्र शनिवार रात बेटे प्रकाश मिश्र (40) की तबीयत बिगड़ने पर पीजीआई की इमरजेंसी लेकर आए थे। इमरजेंसी के डॉक्टर ने बेड खाली न होने का हवाला देकर भर्ती नहीं किया। इस पर पूर्व सांसद इमरजेंसी में धरने पर बैठ गए। इस दौरान उपचार न मिलने से जवान बेटे की मौत हो गई। मौत की सूचना मिलने पर रात में ही निदेशक और सीएमएस इमरजेंसी पहुंचे थे। जांच के आश्वासन पर पूर्व सांसद बेटे का शव लेकर चले गए। सोमवार को मीडिया में खबर आने के बाद डिप्टी सीएम ने घटना पर दुख जताते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए। सभी दोषी डॉक्टरों के खिलाफ अफसरों को कार्रवाई का आदेश दिया। शाम को शासन ने घटना वाले दिन इमरजेंसी में तैनात ईएमओ डॉ. चंद्रशेखर बाजपेई को कार्यमुक्त कर दिया। 

कमेटी ने सौंपी जांच रिपोर्ट

पूर्व सांसद के आरोप पर पीजीआई निदेशक ने रविवार को संस्थान के सीएमएस डॉ. संजय धीराज, एमस डॉ. वीके पालीवाल और इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. आरके सिंह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी थी। कमेटी ने सोमवार को इमरजेंसी के डॉक्टर, नर्स, वार्ड ब्वाय, पीआरओ सेल के कर्मचारियों समेत अन्य के बयान लिये। इमरजेंसी में लगे सीसी कैमरे आदि की पड़ताल की गई। कमेटी ने पूर्व सांसद के बयान समेत उपचार से दस्तावेज जुटाए। देर शाम निदेशक को रिपोर्ट सौंप दी है। भर्ती न करने के लिए प्रथम दृष्टया ऑन ड्यूटी ईएमओ की जिम्मेदारी तय की गई है। इमरजेंसी की व्यवस्था ऑन ड्यूटी ईएमओ के हवाले ही होती है। पीआरओ सेल, नर्स और वार्ड ब्वॉय के व्यवहार की जांच की गई है।

पीजीआई निदेशक डॉ. आरके धीमन ने बताया, जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट शाम को सौंपी है। गोपनीय होने के कारण जांच रिपोर्ट पर कुछ नहीं कहा जा सकता। शासन को जांच रिपोर्ट भेजी जा रही है। अब शासन के निर्देश पर ही आगे की कार्रवाई होगी। शासन तय करेगा कि किस पर क्या कार्रवाई होनी चाहिए।

डिप्टी सीएम ने दुख जताया

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने पूर्व सांसद भैरव प्रसाद मिश्रा के निधन पर दुख जताया है। एक्स पर लिखी पोस्ट पर उन्होंने कहा है कि प्रथम दृष्टया दोषी  पाए गए संबंधित चिकित्सक को संस्थान से कार्यमुक्त कर दिया गया है। निदेशक को चेतावनी दी गई है कि भविष्य में इस तरह की घटना न होने पाए।

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