दीपोत्सव-2018: लाओस की रामलीला से आज होगा उत्सव का आगाज
भगवान राम के लंका विजय के बाद लौटने की खुशी में आयोजित होने वाले दीपोत्सव 2018 का आगाज रविवार को होगा। तीन दिवसीय उत्सव के पहले दिन अवध विश्वविद्यालय के परिसर में लाओस के कलाकारों की ओर से...
भगवान राम के लंका विजय के बाद लौटने की खुशी में आयोजित होने वाले दीपोत्सव 2018 का आगाज रविवार को होगा। तीन दिवसीय उत्सव के पहले दिन अवध विश्वविद्यालय के परिसर में लाओस के कलाकारों की ओर से रामलीला का मंचन किया जाएगा। उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग की स्वायत्तशासी संस्था अयोध्या शोध संस्थान के तत्वावधान में आयोजित इस रामलीला मंचन के दौरान मथुरा की मंडली भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए रामायण के निर्धारित प्रसंग का मंचन करेगी।
संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी रामतीरथ ने बताया कि प्रथम व द्वितीय दिवस पर अलग-अलग एक विदेश की मंडली व एक भारतीय मंडली की ओर से रामलीला मंचन के कार्यक्रम का निर्धारण किया गया है। उन्होंने बताया कि पहले दिन लाओस व मथुरा की मंडली की ओर से मंचन किया जाएगा। इसी तरह से अवध विश्वविद्यालय के दृश्य कला विभाग व अयोध्या शोध संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में भगवान राम-सीता के स्वरुपों की भी प्रतियोगिता का फाइनल भी रविवार को रामपैड़ी पर होगा।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. विनोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए 125 जोड़ियों ने अपना पंजीकरण कराया था। प्रथम चयन में 25 श्रेष्ठ जोडियां चुनी गई थीं। इनके बीच फाइनल प्रतियोगिता रविवार को होगी जिसमें सर्वश्रेष्ठ तीन जोड़ियों का चुनाव किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहने वाली जोड़ियां पुरस्कृत
होंगी। इसके साथ ही प्रथम स्थान पर आने वाली जोड़ी को मुख्य समारोह के शामिल होने का अवसर प्राप्त होगा। बताया गया कि प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में प्रो. मृदुला मिश्रा, डॉ. कल्पना एस. वर्मन, पल्लवी सोनी, सरिता द्विवेदी, रीमा सिंह व सुनयना सिंह शामिल हैं। इसके अलावा पांच नवम्बर को बालीवुड की मशहूर गायिका अनुराधा पोडवाल अपने मधुर भजनों से समारोह का आगाज करेंगी।
दीपोत्सव का मुख्य पर्व छह नवम्बर को मनाया जाएगा। इस अवसर पर तीन लाख दीपों को जलाने का रिकार्ड भी गिनीज बुॅक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज कराया जाएगा। इस आयोजन का जिम्मा भी अवध विश्वविद्यालय को सौंपा गया है। दीपोत्सव के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में आम्त्रिरत कोरिया गणराज्य की प्रथम महिला किम-जोंग-सुक के अलावा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरियाई महारानी हौ के स्मारक के विस्तारीकरण योजना काी आधारशिला रखेंगे।
इसके अलावा मुख्यमंत्री कई महत्वपूर्ण योजनाओं के लोकार्पण के साथ प्रस्तावित योजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे। मुख्य पर्व पर विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक व बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन के अलावा केन्द्रीय विदेश राज्यमंत्री जनरल डॉ. वीके सिंह व उनकी पत्नी भी मौजूद रहेंगी।
108 मीटर प्रभु राम की आदमकद प्रतिमा पर हलचल
अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट का हिस्सा बनी 108 मीटर प्रभु राम की आदमकद प्रतिमा की स्थापना की भूमिका तैयार होने लगी है। इस मूर्ति की स्थापना के लिए चयनित स्थल को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है। यही कारण है कि भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई भी नहीं शुरू होपाई है। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी बृजपाल सिंह ने बताया कि 108 मीटर ऊंची प्रतिमा की कुल ऊंचाई 151 मीटर निर्धारित है क्योंकि प्रतिमा का धरातल 37 मीटर ऊंचा होगा।
उन्होंने बताया कि प्रस्तावित योजना में प्रतिमा के चारो ओर 90 हजार वर्ग मीटर भूभाग को रामलीला संकुल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसकी रुपरेखा कई वर्ष पहले तय हुई थी लेकिन जमीन की अनुपलब्धता के कारण वह मूर्त रूप नहीं ले सकी। बताया गया कि इस योजना के लिए 44 एकड़ भूमि की आवश्यकता थी लेकिन वर्ष 2010-11 में करीब 21 एकड़ भूमि संस्कृति विभाग की ओर से हाइवे के किनारे क्रय की गई लेकिन इसमें रास्ते का पेंच फंस गया। फिलहाल अब इस भूमि में दूसरी अन्य योजनाएं भी प्रस्तावित कर दी गई हैं।