कोरोना काल में दिखेंगे बड़े बदलाव, इस बार पीपीई किट और फेस शील्ड पहनकर डांडिया करेंगे युवा
दशहरे से लेकर दीपावली के दौरान खुले मैदान में अक्सर रंग बिरंगे परिधान में सजे युवा और बुजुर्गों को डांडिया नाइट करते देखा गया है। इस साल कोरोना की वजह से डांडिया नाइट में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते...
दशहरे से लेकर दीपावली के दौरान खुले मैदान में अक्सर रंग बिरंगे परिधान में सजे युवा और बुजुर्गों को डांडिया नाइट करते देखा गया है। इस साल कोरोना की वजह से डांडिया नाइट में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। डीजे की धुन पर अगर नौजवान लड़के और लड़कियां पीपीई किट पहने डांडिया खेलते नजर आएं तो अचरज नहीं होगा। आगामी दो नवम्बर को ये नजारा डायनामिक डांडिया नाइट में देखने को मिलेगा। जहां कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोग म्यूजिक पर मस्ती करेंगे और डांडिया खेलेंगे लेकिन पीपीई किट पहन दिखेंगे।
गेट फिल्म्ड प्रोडक्शन की ओर से 'द डायनामिक डांडिया नाइट' का आयोजन झलवा स्थित हार्ट बीट कैफे में किया जा रहा है। जिसमें खास बात होगी कि आठ से दस युवा पीपीई किट पहनकर डांडिया खेलते नजर आयेंगे। इसके साथ ही कुछ युवा फेस शील्ड के साथ डांस करते दिखेंगे तो वहीं रंग-बिरंगे परिधानों की चमक भी मास्क के साथ दिखेगी। संयोजक आकांक्षा वर्मा ने बताया कि सिर्फ सीमित लोगों के लिए डांडिया नाइट का आयोजन किया गया है। कोरोना बचाव के नियम जरूरी है। सबका पालन अनिर्वाय रूप से किया जायेगा लेकिन डांडिया नाइट से कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों को सचेत भी करना है इसलिए कुछ युवा पीपीई किट पहन कर डांडिया करेंगे। मास्क सभी के लिए अनिवार्य होगा। डीजे पर आने से पहले सभी को सेनिटाइज किया जाएगा। साथ ही डांडिया स्टिक को भी सेनिटाइज किया जायेगा।
शहर में थम गई डांडिया नाइट
आकांक्षा ने बताया कि कोरोना काल में इवेंट इंडस्ट्री को बड़े नुकसान का सामना करना पड़ा है। नई गाइडलाइन के अनुसार इवेंट शुरू हुए हैं। हालांकि नवरात्रि के दौरान शहर में होने वाली डांडिया नाइट के आयोजन पूरी तरह थम गए हैं। दशहरा से लेकर दीवाली तक अलग-अलग स्थानों पर दर्जनों डांडिया नाइट आयोजन होता था लेकिन कोरोना महामारी की वजह से इस साल आयोजन न के बराबर हो रहे हैं।