सीटेट एग्जाम सेंटर से गिरफ्तार सॉल्वर ने उगले राज, ऐसे बर्बाद हुआ सिविल सर्विसेस की तैयारी कर रहा छात्र
सी-टेट (सेन्ट्रल टीचर एलिजीबिलिटी टेस्ट) में मूल अभ्यर्थी शुभम् और उसकी जगह परीक्षा दे रहे सॉल्वर मनीष यादव को एसटीएफ़ ने गुरुवार को गिरफ़्तार कर लिया। मनीष को इसके लिए तीस हज़ार रुपए मिले थे।
सी-टेट (सेन्ट्रल टीचर एलिजीबिलिटी टेस्ट) में मूल अभ्यर्थी शुभम् और उसकी जगह परीक्षा दे रहे सॉल्वर मनीष यादव को एसटीएफ़ ने गुरुवार को गिरफ़्तार कर लिया। मनीष बिहार से आया था और उसे इसके लिए तीस हज़ार रुपये मिले थे।
एसटीएफ़ के एसएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि परीक्षा केंद्र सुल्तान फाउन्डेशन बन्थरा से सॉल्वर मनीष कुमार खरवार व अभ्यर्थी शुभम यादव को गिरफ्तार किया गया। सॉल्वर मनीष कुमार खरवार ने एसटीएफ़ को बताया कि वर्ष 2016 से कंकड़ बाग पटना में रहकर सिविल सर्विसेस की तैयारी कर रहा था। घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण मैं पार्ट टाइम जॉब ढूंढ रहा था। इसी बीच उसकी मुलाकात राजीव और सुरेन्द्र से हुई।
उन्होंने बताया कि मूल अभ्यर्थी के स्थान पर सॉल्वर बनने पर तीस हज़ार रुपये मिलेंगे। लालच में आकर वर्ष 2019 से सॉल्वर बनकर अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देने का काम कर रहा हूं। उसने क़बूला कि मैं 2022 में भी रांची, लखनऊ, कानपुर आदि में सॉल्वर के रूप कई अभ्यर्थियों के स्थान पर बैठ कर पेपर दे चुका हूं। आज यहां शुभम यादव के स्थान पर परीक्षा देने के लिए पटना कोटा ट्रेन से आया था।