श्मशान घाटों पर भीड़, यहां एक दिन में 280 शवों का अंतिम संस्कार
कोरोना के बढ़े प्रकोप के बीच मरने वालों की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है। लखनऊ में बैकुंठ धाम और गुलाल घाट पर शनिवार को लगभग 280 शवों का अंतिम संस्कार हुआ। इसमें लगभग आधे कोरोना संक्रमित...
कोरोना के बढ़े प्रकोप के बीच मरने वालों की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है। लखनऊ में बैकुंठ धाम और गुलाल घाट पर शनिवार को लगभग 280 शवों का अंतिम संस्कार हुआ। इसमें लगभग आधे कोरोना संक्रमित थे।
शाम छह बजे तक बैकुंठ धाम में कुल 200 शवों का अंतिम संस्कार हो गया था। इसमें 80 कोरोना संक्रमित शवों थे। इनका विद्युत शवदाह गृह व लकड़ी से अंतिम संस्कार किया गया। गुलाला घाट पर भी लगभग 80 शवों का अंतिम संस्कार हुआ। इसमें 41 शव कोरोना संक्रमित थे। हालांकि एक दिन पहले ही चिताओं का बनाने से लोगों को इंतजार नहीं करना पड़ रहा है। लकड़ी से शवों का अंतिम संस्कार शुरू होने से विद्युत शवदाह गृह पर दबाव समाप्त हो गया है।
नगर निगम के अधिकारियों की माने तो शवों की संख्या में अभी कोई कमी नहीं आ रही है। इतने शव लगभग हर दिन पहुंच रहे हैं। शवों के अंतिम संस्कार के लिए पर्याप्त मात्रा में लकड़ी की व्यवस्था कर ली गई है। मौजूदा समय में 30 अप्रैल तक शवों के अंतिम संस्कार के लिए पर्याप्त लकड़ी का इंतजाम है। पास के जिलों बहराइच, गोण्डा, सिधौली आदि स्थानों से लकड़ी मंगाई गई है। पर्याप्त मात्रा में भण्डारण है। साथ ही सप्लाई जारी रखने के लिए अग्रिम भुगतान भी कर दिया गया है।