छात्रवृत्ति घोटाला: प्रवीण सिंह चौहान पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार, सात बार के नोटिस के बाद भी नहीं हुए हाजिर
बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में प्रवीन सिंह चौहान पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। पूछताछ के लिए ईडी के समक्ष हाजिर न होने पर न्यायालय ने गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है।
बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में लखनऊ के एसएस इंस्टीट्यूट के चेयरमैन प्रवीन सिंह चौहान पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष हाजिर न होने पर न्यायालय ने प्रवीण चौहान के विरुद्ध गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है।
प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि आरोपी प्रवीन सिंह चौहान को 5 अप्रैल 2023 से 17 अक्तूबर 2023 के बीच पूछताछ के लिए सात बार नोटिस दी गई, लेकिन वह हाजिर नहीं हुए। ईडी ने पिछले दिनों छात्रवृत्ति घोटाले में प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत अली अब्बास जाफरी व अन्य लोगों के विरुद्ध कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया था। इसी मामले में आरोपी प्रवीन सिंह चौहान से भी पूछताछ होनी है। जांच के दौरान ईडी को एसएस इंस्टीट्यूट में भी छात्रवृत्ति फर्जीवाड़े साक्ष्य मिले थे। इसी मामले में ईडी ने हाइजिया समूह के संचालकों अली अब्बास जाफरी व इजहार हुसैन जाफरी के अलावा उनके कर्मचारी रवि प्रकाश गुप्ता को गत 26 अप्रैल को गिरफ्तार किया था।
इससे पहले फरवरी में ईडी ने 10 शैक्षणिक संस्थानों में छापेमारी की थी। इसमें हाइजिया समूह के अलावा लखनऊ में बक्शी का तालाब स्थित एसएस इंस्टीट्यूट और फर्रुखाबाद स्थित ओपी गुप्ता इंस्टीट्यूट भी शामिल थे। बता दें ईडी ने छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपियों की अब तक 20 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब तक चुका है। इनमें से एक बख्शी का तालाब स्थित जमीनें भी हैं। ईडी ने प्रवीण सिंह चौहान की डेढ़ करोड़ की कीमत वाली दो संपत्तियों को जब्त कर चुका है।