कोरोना पॉजिटिव ने एक साथ चार बच्चों को दिया जन्म,तीन की हालत स्थिर, एक वेंटिलेटर पर
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमित 26 वर्षीय महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है। प्रसूता और तीन नवजातों की हालत ठीक है जबकि एक नवजात वेंटिलेंटर पर है। कोरोना संक्रमित प्रसूता...
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमित 26 वर्षीय महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है। प्रसूता और तीन नवजातों की हालत ठीक है जबकि एक नवजात वेंटिलेंटर पर है।
कोरोना संक्रमित प्रसूता द्वारा चार बच्चों को जन्म देने का यह प्रदेश में अपनी तरह का पहला मामला है। डॉक्टरों ने एहतियात के तौर पर कोरोना जांच के लिए नवजातों का नमूना माइक्रोबायोलॉजी विभाग में भेजा है। सफल ऑपरेशन में गायनी, एनेस्थीसिया और बालरोग विभाग के डॉक्टरों का विशेष योगदान रहा है।
प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार ने बताया कि देवरिया के गौरी बाजार की रहने वाली 26 वर्षीय प्रसूता सोमवार की देर रात 11.30 बजे के करीब बीआरडी के ट्रॉमा सेंटर में इलाज के लिए पहुंची। ड्यूटी पर तैनात महिला डॉक्टर ने प्रारंभिक जांच की। मामला सिजेरियन का लगा। सिजेरियन से पहले डॉक्टरों ने एंटीजन किट से जांच की तो रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई।
तत्काल प्रसूता को पीएमएसएसवाई चिकित्सालय में शिफ्ट कर दिया गया। इसके बाद आधुनिक माड्यूलर ओटी में गायनी और एनेस्थीसिया के डॉक्टरों की टीम ने सिजेरियन प्रसव कराया। एक साथ चार बच्चों के जन्म के बाद तत्काल बाल रोग विभाग की टीम को बुलाया गया और बच्चों के सेहत की जांच कराई गई। चारों बच्चों का वजन एक से डेढ़ किलोग्राम तक है।
तीन नवजात कर रहे स्तनपान
बाल रोग विभाग और गायनी विभाग की टीम के देखरेख में कोविड मानकों का ध्यान रखते हुए तीन नवजात स्तनपान कर रहे हैं। लेकिन एक नवजात की हालत बिगड़ी है। उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है। डॉक्टरों के मुताबिक यह प्रसव प्री-मैच्योर है। इसकी वजह से बच्चों का वजन 980 ग्राम से लेकर 1.5 किलोग्राम तक है। ऐसी स्थिति में बच्चों की विशेष देखभाल की आवश्यकता है।
70 लाख प्रसूताओं में आते हैं ऐसे केस
डॉ.गणेश कुमार ने बताया कि ऐसे केस 70 लाख प्रसूताओं में एक आते हैं। ऐसी स्थिति में प्रसव कराना बेहद चुनौतीपूर्ण रहता है। ऐसे मामले में अधिकांश बार देखा गया है कि प्रसूता का प्री-मैच्योर प्रसव होता है।
105 कोविड प्रसूताओं का हो चुका है प्रसव
डॉ.गणेश कुमार ने बताया कि अब तक गायनी, एनेस्थीसिया विभाग के सहयोग से 105 कोविड प्रसूताओं का प्रसव बीआरडी में कराया जा चुका हैं। इनमें 114 शिशुओं ने जन्म लिया है। छह प्रसूताओं ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है। 79 सिजेरियन प्रसव और 26 नॉर्मल प्रसव अब तक हो चुके हैं।