लखनऊ में तेजी बढ़ रहा कोरोना, इन 8 इलाकों में सबसे ज्यादा मरीज
कोरोना वायरस की रोकथाम की सारी कोशिशें फेल होती नजर आ रही हैं। लखनऊ के ज्यादातर इलाकों में वायरस का प्रकोप है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी वायरस की चाल तेज हो गई है। आठ इलाके स्वास्थ्य महकमे के लिए...
कोरोना वायरस की रोकथाम की सारी कोशिशें फेल होती नजर आ रही हैं। लखनऊ के ज्यादातर इलाकों में वायरस का प्रकोप है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी वायरस की चाल तेज हो गई है। आठ इलाके स्वास्थ्य महकमे के लिए चुनौती बन गए हैं।
इंदिरानगर
अब तक यहां 500 से ज्यादा लोगों में वायरस की पुष्टि हो चुकी है। संक्रमण पर काबू पाने के लिए इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया था। इसके बावजूद वायरस की रफ्तार नहीं थम रही है।
गोमतीनगर
इलाके में अब तक 357 लोग पॉजिटिव मिले। इलाके में रोजाना 200 से ज्यादा लोगों के नमूने लिए जा रहे हैं। फिर भी वायरस बेकाबू है।
आलमबाग
402 लोगों में वायरस की पुष्टि हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग घनी बस्ती होने के नाते वायरस के प्रसार को जिम्मेदार मान रहा है। रोकथाम की दिशा में लगातार कान्ट्रेक्ट ट्रेसिंग की जा रही है। पर, कामयाबी नहीं मिल रही है। इलाके में एक दिन में 60 से अधिक मरीज पॉजिटिव मिल रहे हैं।
कृष्णानगर
भीड़भाड़ वाले इलाके में भी रोजाना 30 से ज्यादा मरीज पॉजिटिव आ रहे हैं। इलाके में दो सप्ताह के भीतर 220 से ज्यादा लोगों में वायरस की पुष्टि हो चुकी है। कई मरीजों की मौत हो चुकी है।
हसनगंज
इलाके में 130 से ज्यादा लोग वायरस के शिकार हो चुके हैं। इसके बावजूद इलाके में सख्ती नहीं बरती गई। इलाके में बिना मास्क के लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं। सब्जी-फल विक्रेताओं ने भी मास्क से तौबा कर रखी है।
विकासनगर
280 से ज्यादा लोग वायरस की चपेट में हैं। यह इलाका अलीगंज व जानकीपुरम के बीच का है। इन दो इलाकों में पहले से वायरस का प्रकोप था। लिहाजा वायरस तीन गुना रफ्तार से बढ़ रहा है। इन तीनों क्षेत्रों में औसतन 30 से ज्यादा मरीज प्रकाश में आ रहे हैं।
चिनहट
ग्रामीण क्षेत्र से सटा होने के कारण संक्रमण का प्रसार तेजी से हो रहा है। यहां 150 से ज्यादा लोगों पर वायरस हमला बोल चुका है। चार से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव की मौत हो चुकी है। जांच की संख्या बढ़ाई गई।
मंडियांव
इलाके में गंदगी व जागरुकता की कमी से कोरोना वायरस हमलावर हो रहा है। इलाके में 103 से ज्यादा लोग संक्रमण के शिकार हो चुके हैं।
लगातार कान्ट्रेक्ट ट्रेसिंग की जा रही है। अधिक से अधिक लोगों की जांच कराई जा रही है। इसलिए मरीज सामने आ रहे हैं। समय पर संक्रमितों की पहचान से वायरस के प्रसार को रोकने में मदद मिल रही है।
डॉ. आरपी सिंह, सीएमओ