UP Covid Update: एक्टिव केस 1000 के पार, इन जगहों पर मास्क लगाना अनिवार्य, कोविड गाइडलाइन जारी
यूपी बढ़ते कोविड के केसों को देखते हुए एक बार फिर नए सिरे से कोविड गाइड लाइन जारी कर दी गई है। कोरोना को लेकर जारी आदेश में भीड़ वाले स्थानों पर मास्क लगाने और कोविड प्रोटोकॉल के पालन की सलाह दी है।
कोरोना के केस बीते कुछ दिनों में तेजी से बढ़े हैं। ऐसे में मास्क वाले दिन फिर लौटने लगे हैं। शनिवार को प्रदेश में कोरोना के सक्रिय केसों का आंकड़ा 1000 पार कर गया। केंद्र ने कोविड के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता जताई है। यूपी बढ़ते कोविड के केसों को देखते हुए एक बार फिर नए सिरे से कोविड गाइड लाइन जारी कर दी गई है। कोरोना को लेकर जारी आदेश में भीड़ वाले स्थानों पर मास्क लगाने और कोविड प्रोटोकॉल के पालन की सलाह दी गई है। सरकारी के साथ ही निजी अस्पतालों में मास्क का प्रयोग अनिवार्य कर दिया गया है।
कोरोना के मामले घटने के साथ ही लोग भी बेफिक्र हो चले थे। मगर बीते कुछ दिनों में फिर कोविड केसों में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई है। दो दिन पूर्व राजधानी लखनऊ में एक मौत भी कोरोना के चलते हो चुकी है। ऐसे में रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, मॉल, साप्ताहिक बाजार, मंडी, मल्टीप्लैक्स आदि भीड़ वाली जगहों पर जाने वालों को मास्क लगाना होगा। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कहा गया है। प्रदेश के हवाई अड्डों पर भी केंद्र के निर्देशों के क्रम में यात्रियों की जांच कराने के निर्देश जारी किए गए हैं।
जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए केजीएमयू भेजें सैंपल
फिलहाल कोविड जांच की रफ्तार धीमी है। जबकि टीकाकरण लगभग बंद है। बढ़ते मामलों को देखते हुए जांचों की संख्या बढ़ाने को कहा गया है। सभी जिलों में क्रियाशील निजी व सरकारी प्रयोगशालाओं को सभी कोविड पॉजिटिव सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए केजीएमयू के माइक्रोबायलॉजी विभाग को भेजने के लिए निर्देशित किया गया है।
श्वांस के रोगियों वाले क्षेत्र होंगे चिन्हित
फ्रंट लाइन वर्करों, निगरानी समिति, सरकारी तथा निजी अस्पतालों की ओपीडी, सर्विलांस टीमों द्वारा चिन्हित ऐसे क्षेत्रों जहां बड़ी संख्या में श्वांस के रोगियों की संख्या हो, वहां अनिवार्य रूप से कोविड जांच कराई जाएगी। कोविड अस्पतालों को तत्परता से क्रियाशील करने के लिए जरूरी उपकरण खासतौर से वेंटीलेटर, कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन प्लांट, लॉजिस्टिक, दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। सभी सरकारी व निजी अस्पतालों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिए गए हैं।