यूपी में युवा पहले तमंचे लहराते थे, अब हाथों में हैं टैबलेट... कानपुर में बोले सीएम योगी आदित्यनाथ
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में कहा कि पहले यूपी में युवा तमंचे लहराते थे। अब उनके हाथों में टैबलेट है पहले रंगदारी वसूल की जाती थी अब पीएम स्वनिधि योजना से स्वालंबी बनाने का काम चल रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले यूपी में युवा तमंचे लहराया करते थे, अब उनके हाथों में टैबलेट है। पहले रंगदारी वसूल की जाती थी, अब पीएम स्वनिधि योजना से स्वावलंबी बनाने का काम चल रहा है। पहले दंगे होते थे, अब दंगल में गोल्ड मेडल जीते जा रहे हैं। दरअसल सोमवार को सीएम कानपुर पहुंचे थे जहां उन्होंने डिफेंस कॉरिडोर में अडानी एम्युनिशन कॉम्प्लेक्स के उद्घाटन के बाद समारोह को संबोधित किया। समारोह को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ मनोज पांडेय और अडाणी पोर्ट्स के एमडी करन अडानी ने भी संबोधित किया।
1500 करोड़ की पहली रक्षा निर्माण इकाई के साथ डिफेंस कॉरिडोर में काम शुरू हो गया। पहले चरण में यहां तोप के गोले, कारतूस, हैंडग्रेनेड बनने शुरू हो गए हैं। इस बड़ी पहल को भारत की आत्मनिर्भरता बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर में छह नोड बनाने के लिए अलीगढ़, झांसी, आगरा, चित्रकूट, लखनऊ और कानपुर को चुना गया है। इसके लिए 5 हजार हेक्टेयर जमीन की जरूरत होगी। इसमें से 2023 हेक्टेयर जमीन की व्यवस्था की जा चुकी है। बाकी नोड तैयार करने में भी कोई दिक्कत नहीं आने वाली है। संबोधन के बाद मुख्यमंत्री ने फायरिंग भी की।
कानपुर आईआईटी व एचबीटीयू की हो भागीदारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्किल डेवलपमेंट के लिए कानपुर में आईआईटी और एचबीटीयू हैं। इनकी भी भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए। वे बीएचयू रक्षा क्षेत्र में सेंटर फॉर एक्सीलेंस की अहम भूमिका निभा सकते हैं। उनसे तालमेल तक काम कराया जाए।
व्यक्ति के साथ पूंजी की सुरक्षा भी जरूरी
मुख्यमंत्री ने निवेश को लेकर भी सपा सरकार पर हमला बोला। कहा कि यूपी में पहले कोई निवेश में रुचि नहीं दिखाता था। निवेशक भागते थे। अब भारी निवेश हो रहा है। व्यक्ति की सुरक्षा के साथ ही पूंजी की सुरक्षा में भी जरूरी है। अब यूपी में पूंजी की सुरक्षा की गारंटी है।
लंबे संघर्ष की तैयारी जरूरी
चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ मनोज पांडेय ने कहा कि हाल में हुई भू-राजनीतिक घटनाएं संकेत देती हैं कि लंबे समय तक चलने वाले संघर्ष की तैयारी जरूरी है। आयुध के लिए आंतरिक स्रोतो से आपूर्ति जरूरी है। इतनी बड़ी तकनीक को स्वदेशी बनाने के लिए अडाणी डिफेंस एवं एयरोस्पेस की यह बड़ी पहल है।
20 हजार रोजगार पैदा होंगे
अडाणी पोर्ट्स के एमडी करन अडानी ने कहा कि प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भरता अभियान के तहत यह बड़ा रक्षा क्षेत्र में बड़ा कदम है। इससे चार हजार प्रत्यक्ष और 16 हजार परोक्ष रोजगार के अवसर बनेंगे। यह रक्षा क्षेत्र को मजबूत करने के साथ आर्थिक प्रगति के लिए मुफीद होगा। इलाके के विकास में अपनी बड़ी भूमिका निभाएगा।