मोरारी बापू की रामकथा में पहुंचे सीएम योगी, बोले- राम और बुद्ध ने दिखाई जीने की राह
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बुधवार को कुशीनगर में पांच दिन से चल रही मोरारी बापू की रामकथा में पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राम और बुद्ध दोनों ने लोगों को जीने की राह दिखाई। उन्होंने...
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बुधवार को कुशीनगर में पांच दिन से चल रही मोरारी बापू की रामकथा में पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राम और बुद्ध दोनों ने लोगों को जीने की राह दिखाई। उन्होंने कहा कि सूर्य के उत्तरायण होने के तत्काल बाद बुद्ध की महानिर्वाण स्थली पर रामकथा का आरंभ भारत विजय का प्रतीक बनेगा। कोरोना पर भारत विजय प्रप्त करने की ओर बढ़ रहा है। दुनिया के तमाम समृद्ध देश जहां इस महामारी के चलते आर्थिक रूप से त्रस्त हैं वहीं भारत दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ चला है।
सीएम ने बुद्ध की धरती पर मोरारी बापू का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश भारत का हृदयस्थल है। यह धर्म और अध्यात्म की धरती है। राम और कृष्ण की जन्म, लीला स्थली, बाबा विश्वनाथ और गंगा-यमुना की संगम स्थली है। प्रयागराज में दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन होता है। कुशीनगर भाग्यशाली है कि यहां भगवान बुद्ध ने जीवन के अंतिम समय बिताए। देवत्व प्राप्ति का सहज मार्ग राम का नाम है। बुद्ध और राम ने जीने की राह दिखाई।
अब जब प्रयागराज में माघ मेला व हरिद्वार में कुंभ मेला प्रारम्भ होना है तब मोरारी बापू अहिंसा और सत्य का राह दिखाने वाली बुद्ध की धरती पर रामकथा लेकर आए हैं। यह कथा भारत विजय के साथ लोक कल्याण का प्रतीक बनेगी। हम न केवल भारत की 135 करोड़ जनता को सुरक्षित करेगें वरन मित्र देशों को अपनी स्वदेशी वैक्सीन देकर उन्हें भी सुरक्षित करेंगे। अभी जब भारत से ब्राजील को स्वदेशी वैक्सीन भेजी है तब वहां की सरकार ने इसे हनुमान जी की संजीवनी बूटी की संज्ञा दे दी।
उन्होंने राम और रामायण की महत्ता बताते हुए खासतौर से थाईलैंड का जिक्र किया और कहा कि वहां कण-कण में राम और बुद्ध रचे-बसे हैं। सौभाग्य की बात है कि अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनने वाला है।
भारत को पांच सौ वर्षों से इसका इंतजार था। हमने कभी जाति, मजहब या भेदभाव की बात नहीं कही बल्कि बसुधैव कुटुम्बकम की बात कही। अपने कर्मों से उसे साकार भी किया। फिर भी दुर्भाग्य है कि कुछ लोगों ने हमें ही साम्प्रदायिक कहा। कार्यक्रम में यूपी सरकार के मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सांसद विजय दुबे, बिधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी, जटाशंकर त्रिपाठी, पवन केडिया, जगदीश मिश्र उर्फ बाल्टी बाबा, जिलाध्यक्ष प्रेमचंद मिश्र भी मौजदू रहे।