सीएम योगी की गोरखपुर को देंगे एक नए एयरपोर्ट की सौगात, जानिए कहां खोजी जा रही जमीन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर को एक और एयरपोर्ट का तोहफा देने की तैयारी में है। जिले के अधिकारियों को धुरियापार चीनी मिल के पास ग्रीन फील्ड श्रेणी का एयरपोर्ट बनाने के लिए जमीन चिन्हित करने के...
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर को एक और एयरपोर्ट का तोहफा देने की तैयारी में है। जिले के अधिकारियों को धुरियापार चीनी मिल के पास ग्रीन फील्ड श्रेणी का एयरपोर्ट बनाने के लिए जमीन चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए उन्होंने डीएम के विजयेंद्र पांडियन और सीईओ गीडा संजीव रंजन को धुरियापार क्षेत्र में 1500 से 1600 एकड़ जमीन तलाश करने का निर्देश दिया।
सीएम योगी आदित्यनाथ बुधवार को अपराह्न 4.10 बजे गोरखपुर एनेक्सी भवन सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा के लिए आए थे। समीक्षा के आखिर में उन्होंने दोनों अधिकारियों से ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट पर चर्चा की। यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह एयरपोर्ट घरेलू होगा या अंतरराष्ट्रीय श्रेणी का लेकिन सीएम ने स्पष्ट कहा कि ग्रीन फील्ड (पर्यावरणीय विशेषता वाला) एयरपोर्ट बनाया जाएगा। जरूरी जमीन जुटाने के लिए सीएम ने जेवर एयरपोर्ट का उदाहरण भी अधिकारियों के समक्ष रखा। कहा कि उसी की तर्ज पर किसानों से जमीन जुटाई जाए। डीएम के विजयेंद्र पांडियन ने कहा कि एयरपोर्ट घरेलू होगा या अंतरराष्ट्रीय यह स्पष्ट नहीं है, अभी सिर्फ जमीन जुटाने के निर्देश मिले हैं।
दो साल पहले भी शुरू हुई थी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए जमीन की तलाश
जिले में एयरपोर्ट की आवश्यकता पिछले दो वर्षो से महसूस की जा रही है। सीएम ने पहले भी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए जमीन तलाश करने के निर्देश दिए थे लेकिन महावीर छपरा के पास जमीन देखी भी गई। लेकिन बाद में यह मामला शांत पड़ गया था। फिलहाल गीडा ने धुरियापार में 5500 एकड़ जमीन के अधिग्रहण के लिए नोटिफिकेशन कर दिया है। 18 गांवों से जमीनें ली जा रही हैं। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि एयरपोर्ट के लिए जमीन की तलाश मुश्किल नहीं होगी। धुरियापार चीनी मिल परिसर में भी 50 एकड़ जमीन है। उसके पास में 200 एकड़ के जमीन और पड़ी है।
इसलिए नए एयरपोर्ट की तलाश
मौजूदा समय में गोरखपुर एयरफोर्स से सिविल हवाई पट्टी से दिल्ली, मुम्बई, हैदराबाद, कोलकाता, प्रयागराज के लिए 12 उड़ान हो रही है। यह सिविल एयरपोर्ट यात्रियों की संख्या के कारण ज्यादा संख्या में उड़ानों के लिए मुफीद नहीं है। 350 यात्रियों की क्षमता का टर्मिनल बनाने की योजना भी अमली जामा नहीं पहन सकी है। यहां ज्यादा संख्या में विमान भी खड़ा नहीं किया जा सकता। टर्मिनल की सिर्फ 50 यात्री की क्षमता है। एप्रेन भी एक ही है। ऐसे में कई बार यात्रियों को मुश्किल का सामना करना पड़ता है।