Notification Icon
Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़cm yogi adityanath mahanisha puja in gorakhnath temple navratri ashtami vrat kanya pujan vijayadashami 2022

सीएम योगी ने की महानिशा पूजा, गोरखनाथ मंदिर में अगले तीन दिन होंगे ये अनुष्‍ठान

सीएम योगी आदित्‍यनाथ रविवार को दोपहर बाद गोरखपुर पहुंचे। गोरखनाथ मंदिर में उन्‍होंने महानिशा पूजा और हवन किया। अगले तीन दिन यानी विजयदशमी तक गोरक्षपीठ में कई धार्मिक अनुष्‍ठान होंगे।

हिन्‍दुस्‍तान गोरखपुर Sun, 2 Oct 2022 03:04 PM
share Share

मुख्यमंत्री गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने रविवार की  रात गोरखनाथ मंदिर के शक्ति मंदिर में महानिशा पूजा और हवन किया। गोरक्षपीठ में अगले तीन दिन यानी विजयदशमी तक कई अनुष्ठान होंगे जिनमें सीएम योगी बतौर गोरक्षपीठाधीश्‍वर शामिल रहेंगे।

कानपुर हादसे के पीड़ित परिवारों और घायलों से मिलने के बाद सीएम योगी रविवार दोपहर बाद गोरखपुर पहुंचे। रात को बतौर गोरक्षपीठाधीश्‍वर उन्‍होंने यहां शक्ति मंदिर में महानिशा पूजा और हवन किया। नाथ परम्परा के मुताबिक अष्टमी तिथि को गोरखनाथ मंदिर में रात में हवन होता है। मंदिर के प्रधान पुरोहित आचार्य रामानुज त्रिपाठी ने बताया कि रविवार से ही अष्टमी तिथि लग जाएगी। नाथ परम्परा में अष्टमी की रात में ही महानिशा पूजन, शस्त्र पूजन और हवन होता है। 

रविवार की शाम 6 बजे से मॉ गौरी-भगवान गणेश की पूजा से शुरूआत हुई। परम्‍परा के मुताबिक  वरुण पूजन, पीठ पूजन, यंत्र पूजन, स्थापित मॉ दुर्गा की विधिवत पूजा, भगवान राम-लक्ष्मण-सीता का षोडसोपचार पूजन, भगवान कृष्ण और गोमाता का पूजन, नवग्रह पूजन, विल्व अधिष्ठात्री देवता का पूजन, शस्त्र पूजन, द्वादस ज्योर्तिंलिंग- अर्धनारीश्वर, शिव-शक्ति पूजन, वटुक भैरव, काल भैरव, त्रिशूल पर्वत पूजन किया जाता है।

पूजन बेदी पर उगे जौ के पौधे जई को गोरक्षपीठाधीश्वर और आचार्यगण द्वारा वैदिक मंत्रों के बीच बांटा जाता है। उसके बाद हवन बेदी पर ब्रह्मा, बिष्णु, महेश और अग्नि देवता का आह्वान कर हवन शुरू होता है। हवन की क्रिया संपंन होने के बाद दुर्गा सप्तशती का पाठ होता है। इस दौरान सात्विक बलि के रूप में मुख्यमंत्री नारियल, गन्ना, केला, जायफर आदि की बलि देकर शक्ति की आराधना पूर्ण करते हैं। मान्यता है कि निशा पूजा और सात्विक पंच बलि से शारीरिक और मानसिक क्लेश दूर होते हैं। पूजन की इस पूरी प्रक्रिया में प्रधान पुरोहित के अलावा कई अन्‍य आचार्य शामिल रहे। 

मंदिर में होने वाले अनुष्ठान

02 अक्तूबर रविवार को निशा पूजन, शस्त्र पूजन और हवन

03 अक्तूबर सोमवार को महाष्टमी का व्रत

04 अक्तूबर मंगलवार को महानवमी व्रत

सुबह 8.21 बजे श्रीनाथ जी का विशिष्ठ पूजन, देव विक्रम का पूजन

पूर्वाह्न 11 बजे कुमारी कन्या पूजन और कन्या भोज

अपराह्न 1 बजे 3 बजे तक गोरक्षपीठाधीश्वर का तिलकोत्सव

शाम 4 बजे से गोरक्षपीठाधीश्वर की शोभायात्रा, मानसरोवर मंदिर पूजन, रामलीला में राजा रामचंद्र का तिलक

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें