छपरा जंक्शन में बरामद हुए नरकंकाल केस में जीआरपी ने एक युवक को गिरफ्तार किया
बिहार के छपरा रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को नरमुंड व नरकंकाल मिलने का तार जिले से गहराई तक जुड़ा हुआ है। बुधवार को रेल पुलिस ने इस मामले में हल्दी थाना क्षेत्र के बादिलपुर निवासी अमर डोम को गिरफ्तार कर...
बिहार के छपरा रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को नरमुंड व नरकंकाल मिलने का तार जिले से गहराई तक जुड़ा हुआ है। बुधवार को रेल पुलिस ने इस मामले में हल्दी थाना क्षेत्र के बादिलपुर निवासी अमर डोम को गिरफ्तार कर लिया।
डाउन सियाल्द एक्सप्रेस से लेकर जाते समय बिहार के छपरा जीआरपी ने नरमुंड व नरकंकाल से भरे बैग के साथ गिरफ्तार संजय प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया। तस्कर से हुई पूछताछ में गिरोह का तार जनपद से जुड़ा हुआ पाया गया। उससे मिली जानकारी के अधार पर छपरा जीआरपी की टीम बुधवार की सुबह सड़क मार्ग से हल्दी थाना क्षेत्र के बादिलपुर गांव पहुंचकर अमर डोम को गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों की मानें तो वह गंगा नदी के किनारे शव जलाने का काम करता था। तस्करों ने उसे नरमुंड व नरकंकाल जुटाने का काम सौंपा था।
अधजले व पानी में बहते शव के नरमुंड व अन्य हड्डियों को बटोरता था। रेल पुलिस की मानें तो तस्कर कुछ-कुछ दिनों के अंतराल पर पहुंचकर इकट्ठा किये गये नरकंकालों को साथ लेकर चले जाते थे। अमर को इसके एवज में तीन से चार हजार रुपये तस्करों द्वारा दिया जाता था। पुलिस का मानना है कि इस काम में पकड़े गये आरोपित के अलावे कुछ और लोग लगे हुए है जिनके बारें में सुराग जुटाया जा रहा है।
जानवरों की हड्डियों की भी बिहार होती है सप्लाई
नरकंकाल ही नहीं बल्कि मरे हुए जानवरों की हड्डियों की भी सप्लाई ट्रेनों के जरिये बिहार होती है। छपरा रेलवे जंक्शन पर बलिया-सियाल्दह एक्सप्रेस से नरकंकाल पकड़े जाने के बाद इस बात का भी खुलासा हुआ है। पूरे जनपद से इकट्ठा की गयी मृत जानवरों की हड्डियों को बोरा आदि में भरकर ट्रेनों के जरिये बिहार पहुंचाया जाता है। इसकी जानकारी होने के बाद वन विभाग ने आरपीएफ व जीआरपी को पत्र भेजकर इस पर रोक लगाने की मांग की। दोनों सुरक्षा एजेंसी सक्रिय हुई तो जरुर, लेकिन उन्हें अब तक सफलता हासिल नहीं हो सकी है।