कर लें तैयारी, गोरखपुर AIIMS में जल्द निकलने वाली है बंपर भर्ती; जानिए डिटेल
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में जल्द ही रेजीडेंट डॉक्टरों की बड़े पैमाने पर भर्ती होगी। एम्स में रेजीडेंट के 210 नए पद सृजित हो रहे हैं। ज्यादातर पद क्लीनिकल विभागों को आवंटित किए जाएंगे।
Vacancy In Gorakhpur AIIMS: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में जल्द ही रेजीडेंट डॉक्टरों की बड़े पैमाने पर भर्ती होगी। एम्स में रेजीडेंट के 210 नए पद सृजित हो रहे हैं। इनमें से ज्यादातर पद क्लीनिकल विभागों को आवंटित किए जाएंगे।
पद सृजन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। एम्स के प्रस्ताव पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की सैद्धांतिक सहमति मिल चुकी है। जिसके बाद इसकी कागजी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद नोटिफिकेशन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय जारी करेगा। मंत्रालय के नोटिफिकेशन के बाद ही एम्स प्रशासन रेजीडेंट भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करेगा।
यह जानकारी के एम्स के गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष देश दीपक वर्मा व कार्यकारी निदेशक डॉ सुरेखा किशोर ने दी। उन्होंने बताया कि एम्स में 350 बेड का अस्पताल संचालित हो रहा है। जिसमें करीब 18 क्लीनिकल विभागों से मरीज भर्ती हो रहे हैं। इसमें प्रमुख रूप से जनरल सर्जरी, आर्थोपेडिक, चर्मरोग, दंतरोग, नेत्र रोग, नाक कान गला रोग, मानसिक रोग, मेडिसिन, पल्मोनरी मेडिसिन और बालरोग विभाग के मरीज शामिल हैं। भर्ती मरीजों के इलाज में रेजीडेंट डॉक्टरों की आवश्यकता पड़ रही है।
उन्होंने बताया कि विभागाध्यक्षों की मांग को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा गया था। जिसमें रेजीडेंट के 210 पदों की बढ़ोतरी स्वास्थ्य मंत्रालय सैद्धांतिक रूप से सहमत हो गया है। इन पदों के सापेक्ष वेतन के लिए प्रस्ताव को मंत्रालय के वित्त अनुभाग में भेजा गया है। मंजूरी मिलते ही नोटिफिकेशन जारी हो जाएगा। जिसमें बाद एम्स में रेजीडेंट के पदों पर भर्ती की जाएगी।
पीजी रेजीडेंट के 33 पदों पर शुरू हो गई भर्ती
एम्स की कार्यकारी निदेशक ने बताया कि एम्स में एकेडमिक पीजी रेजीडेंट के लिए 33 पदों पर भर्ती हो गई शुरू हो गई है। इसके लिए जून के मध्य से ही काउंसलिंग चल रही है। इसमें नीट पीजी क्वालीफाई कर चुके छात्र ही शामिल होंगे। यह पद क्लीनिकल विभागों में है।
इसमें पीडिया, सर्जरी, गायनी, आर्थोपेडिक, नाक कान गला रोग, नेत्र रोग, कम्युनिटी मेडिसिन, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, चर्मरोग, रेडियोलॉजी और एनेस्थीसिया हैं। इन्हें एकेडमिक जूनियर रेजीडेंट (जेआर) कहेंगे।