बेरोजगारी या काबिलियत की कमी? चपरासी बनने की होड़ में हजारों बीटेक-एमबीए, सीए भी लाइन में
इसे बेरोजगारी की मार कहें या काबिलियत की कमी, उत्तर प्रदेश और बिहार के हजारों प्रोफेशनल चपरासी बनने की कोशिश में हैं। SSC से विभिन्न विभागों में चपरासी, चौकीदार, जमादार, माली आदि की भर्ती होती है।
इसे बेरोजगारी की मार कहें या काबिलियत की कमी, उत्तर प्रदेश और बिहार के हजारों प्रोफेशनल चपरासी बनने का सपना देख रहे हैं। कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की मल्टी टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) भर्ती के माध्यम से केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में चपरासी, चौकीदार, जमादार, माली, गेटकीपर आदि पदों पर भर्ती होती है।
इसमें आवेदन की न्यूनतम योग्यता 10वीं पास है, लेकिन पिछले कुछ सालों से इतने पढ़े-लिखे अभ्यर्थी आवेदन कर रहे हैं कि सुनकर यकीन करना मुश्किल है। एसएससी मध्य क्षेत्र के अधीन यूपी और बिहार में एमटेक, बीटेक, एमबीए, एमसीए, बीबीए, बीसीए, बीएड जैसी पढ़ाई करने वाले हजारों अभ्यर्थी एमटीएस भर्ती की कतार में देखे जा सकते हैं। दो साल पहले नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट कानपुर में एमटीएस भर्ती के लिए आठ बीटेक डिग्रीधारी अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। पांच ने कार्यभार भी संभाल लिया था।
सरकारी नौकरी का क्रेज ऐसा है कि चपरासी बनने के लिए चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) और इंस्टीट्यूट ऑफ कास्ट एंड वर्क्स एकाउंटेंट भी आवेदन कर रहे हैं। 2019 की भर्ती में 20 आईसीडब्ल्यूए और 06 सीए अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे।
आज से शुरू हो सकते हैं आवेदन
एमटीएस 2022 भर्ती के लिए मंगलवार से ऑनलाइन आवेदन शुरू होने की संभावना है। वर्ष 2021, 2020 और 2019 में मध्य क्षेत्र में क्रमश 1409112, 1531009 व 1292077 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था।
मल्टी टास्किंग स्टाफ के लिए अभ्यर्थियों की स्थिति
साल बीटेक एमटेक एमबीए बीबीए एमसीए बीसीए बीएड एलएलबी एमएससी
2021 21889 484 1615 2160 636 6703 6144 826 6554
2020 30789 642 1916 2555 883 8763 4094 630 6775
2019 28243 447 1625 2170 884 8659 2529 374 6314