कांग्रेस में जाएंगे बसपा नेता इमरान मसूद? राहुल गांधी की तारीफ से पाला बदलने की लग रहीं अटकलें
बसपा के वरिष्ठ नेता इमरान मसूद के एक बार फिर बदले बोल सामने आए हैं। उन्होंने कहा है कि पूरे देश में राहुल गांधी एक ऐसे नेता हैं जो बेखौफ होकर जनता के पक्ष में बोलते हैं।
बसपा के वरिष्ठ नेता इमरान मसूद के एक बार फिर बदले बोल सामने आए हैं। उन्होंने कहा है कि पूरे देश में राहुल गांधी एक ऐसे नेता हैं जो बेखौफ होकर जनता के पक्ष में बोलते हैं। उन्होंने प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के साथ काम किया है। दोनों ही बेहतरीन इंसान हैं। एक चैनल के कार्यक्रम में दिए उनके इंटरव्यू के वायरल होते ही सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है कि वह एक बार फिर कांग्रेस में जा सकते हैं? उधर, इमरान मसूद ने कहा कि वह अभी बसपा में ही है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री काजी रशीद मसूद के भतीजे पूर्व विधायक इमरान मसूद का नाम वेस्ट यूपी के कद्दावर नेताओं में गिना जाता है। 2014 में उन्होंने कांग्रेस से लोकसभा का चुनाल लड़ा जिसमें वह चार लाख से अधिक वोट लेकर दूसरे नंबर पर रहे थे। उसके बाद वर्ष 2019 में इमरान मसूद ने फिर लोकसभा में कांग्रेस के ही टिकट पर चुनाव लड़ा। उसमें भी सवा दो लाख वोट लेकर आए लेकिन सियासी हवा का रुख भांपने में माहिर माने जाने वाले इमरान मसूद ने विधानसभा चुनावों से ठीक पहले जनवरी 2022 को कांग्रेस को छोड़कर सपा का दामन थाम लिया था।
सपा से किया था किनारा
सपा में उचित सम्मान मिलता दिखाई नहीं दिया तो वहां से भी मोह भंग हो गया। उसके बाद उन्होंने बसपा की ओर रुख किया। उन्होंने महज छह माह बाद ही सितंबर 2022 में बसपा ज्वाइन कर ली थी। बसपा सुप्रीमो ने उन्हें पार्टी से मुस्लिम समाज को जोड़ने के लिए वेस्ट यूपी का संयोजक नियुक्त किया था। साथ ही नगर निगम के चुनाव में भी बसपा से इमरान मसूद की भाभी खदीजा मसूद को चुनाव में उतारा था।
मसूद ने इंटरव्यू में यह कहा
- राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ काफी काम किया है।
- राहुल गांधी अंतिम छोर के व्यक्ति तक का दर्द महसूस करते हैं।
- जब मैंने कांग्रेस को छोड़ा तो अंदर से बहुत से दुख हुआ लेकिन कार्यकर्ताओं का काफी दवाब था।
- कांग्रेस जरूर छोड़ी, लेकिन राहुल गांधी के खिलाफ कभी कोई भी गलत बात नहीं की।
- राहुल गांधी से आज भी अच्छे संबंध हैं। वह उन्हें जन्म दिन के साथ ही त्योहारों पर बधाई देते हैं।
सियासी ताकत का कराया अहसास
इमरान मसूद ने अपनी सियासी ताकत का अहसास कराते हुए इंटरव्यू में बताया कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनावों में शहर सीट से जहां बसपा को महज आठ हजार वोट मिले थे। जबकि जब उनके बसपा में आने के बाद मेयर का चुनाव लड़ा तो डेढ़ लाख वोट मिले। इमरान ने आगे कहा कि जब वह सपा में थे, तब विधानसभा चुनाव में शहर सीट पर सपा प्रत्याशी को 1.35 लाख वोट मिले थे लेकिन जब बसपा में आ गया तो विधायक के भाई नगर निगम का चुनाव लड़े। उसमें उनकी जमानत जब्त हो गई।
सपा विधायकों को जिताया
इमरान मसूद ने इंटरव्यू के दौरान नाम लिए बिना बसपा विधायक आशु मलिक और उमर अली खान पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब वह सपा में थे, तब विधानसभा चुनाव में उन्होंने दिन रात एक कर विधायकों को जितवाने का काम किया। लेकिन विधायक समझते हैं कि वह खुद ही जीत गए। जबकि नगर निगम चुनाव में विधायक के भाई की जमानत जब्त हो गई।
अभी तो बसपा में हूं-इमरान
मरान मसूद ने कहा है वह पिछले दो लोकसभा के चुनाव लड़ चुके हैं। अब वर्ष 2024 का भी चुनाव लड़ूंगा। फैसला क्या होता है यह समय बताएगा। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का आज भी दिल में सम्मान हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि मैं कांग्रेस में जा रहा हूं। मैं अभी बसपा में ही हूं।