सजी संवरी बैठी रही दुल्हन, बैंड बाजा और घराती भी करते रहे इंतजार; नहीं पहुंची नेता के बेटे की बारात
आगरा में एक दुल्हन सजी-संवरी बैठी रह गई और बारात नहीं आई। इस वाकये से दुल्हन के घरवालों को बुरी तरह धक्का लगा है। बताया जा रहा है कि लड़का एक नेता का बेटा है। पंचायत में यह शादी तय हुई थी।
आगरा में एक दुल्हन सजी-संवरी बैठी रह गई और बारात नहीं आई। इस वाकये से दुल्हन के घरवालों को बुरी तरह धक्का लगा है। बताया जा रहा है कि लड़का एक नेता का बेटा है। लड़की और उसके बीच प्रेम संबंधों की चर्चा के बाद एक पंचायत में यह शादी तय हुई थी। सब कुछ ठीक चल रहा था। दुल्हन सज संवरकर बैठी थी। बैंड बाजा भी तैयार था लेकिन भोर के तीन बजे तक बारात नहीं आई। अंत में थकहार कर लड़की और उसके परिवारवाले भी घर लौट आए। मामला हाईप्रोफाइल और एक नेता से जुड़ा होने के चलते शहर में इसे लेकर चर्चा है।
चर्चाओं के मुताबिक लड़का-लड़की का परिवार कस्बे के पास ही अलग-अलग गांवों का रहने वाला है। परिजनों की रजामंदी दो दिसंबर की शादी तय हुई और निमंत्रण पत्र भी बांट दिए गए। शादी के लिए बुक मैरेज हाउस में लड़की वाले लाव-लश्कर के साथ शाम को ही पहुंच गए थे। थोड़ी देर बाद पकवान सजने के साथ दावत भी शुरू हो गई। बारात आने का समय रात नौ बजे मुकर्रर था। दुल्हन भी ब्यूटी पार्लर से सज-संवर कर आ गई। बताया जा रहा है कि मैरिज हाउस से कुछ ही दूर से बारात उठनी थी। बैंड वाले भी अपने वाद्य-यंत्र मांजने लगे थे।
लेकिन देर रात तक बारात नहीं निकली। बुकिंग का समय खत्म होने लगा तो बैंड वालों का धैर्य टूटने लगा और वे अपने पेमेंट की मांग करने लगे। इस बीच लड़की वाले भी सक्रिय हो गए लेकिन वर पक्ष की ओर कोई उचित जवाब नहीं मिला। समय के साथ हाईवोल्टेज ड्रामा आगे बढ़ता रहा। कानाफूसी होने लगी कि किन्ही ‘विशेष कारणों’ से नेता का बेटा बारात लेकर आने को तैयार नहीं है। हर कोई अपने-अपने ढंग से इन ‘विशेष कारणों’ की व्याख्या करने लगा। किसी ने बताया कि दूल्हे की तबीयत खराब है, तो किसी ने बताया कि उसे डेंगू हो गया है। कुछ लोगों ने यह भी कहा कि उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पंचायत में तय हुई थी शादी
चर्चा है कि लड़का और लड़की के बीच प्यार की चर्चा के बाद कुछ महीने पहले पंचायत हुई थी। पंचायत में ही शादी तय हुई थी। अब जब बारात नहीं आई तो फिर पंचायतों का दौर चल पड़ा है। हालांकि इस बारे में दोनों पक्षों में से कोई भी अधिकृत तौर पर कुछ बोलने को तैयार नहीं हो रहा है। लड़की पक्ष का हाल बेहाल है। खेत बेचकर खऱीदी गई कार मैरिज हाउस के बाहर मुंह चिढ़ा रही है। आखिर नेता और उनके परिवार ने ऐसा क्यों किया। हर कोई यही सवाल पूछ रहा है।