एसएससी परीक्षा में सेंधः लखनऊ के 12 केन्द्रों पर बैठे थे बिहार के 9 साल्वर, सतर्कता की ऐसे उड़ाई धज्जियां
कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की ऑनलाइन परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह के सरगना सिपाही अच्युतानन्द ने शहर के 12 केन्द्रों पर 9 साल्वर बैठाये थे। इन सभी को 30 हजार रुपये के साथ खर्चा दिया गया था।
कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की ऑनलाइन परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह के सरगना सिपाही अच्युतानन्द ने शहर के 12 केन्द्रों पर 9 साल्वर बैठाये थे। एक साल्वर एक से अधिक दिन भी बैठा था। इन सभी को 30 हजार रुपये के साथ आने-जाने और होटल में रुकने का खर्चा भी दिया गया था। सभी साल्वर बिहार से आये थे। एसटीएफ के हत्थे चढ़े तीन साल्वर और अच्युतानन्द ने ऐसे ही कई खुलासे किये। गिरफ्तार सातों आरोपितों को जेल भेज दिया गया।
एसटीएफ के डिप्टी एसपी लाल प्रताप सिंह की टीम ने अच्युतानन्द के साथ तीन साल्वर राकेश यादव, मनोज कुमार झा, पूर्वी चम्पारण निवासी विवेक कुमार सिंह और मूल अभ्यर्थी केशव आनन्द, गुड्डू यादव और मनोज यादव को पकड़ा था।
इन लोगों से कई घंटे तक पूछताछ की गई। इसमें सबसे ज्यादा राज राकेश यादव ने खोले। उसके कई बयान को सिपाही अच्युतानन्द ने नकार दिया तो एसटीएफ ने उनका आमना-सामना कराया। इससे कई और जानकारियां सामने आयी।
पुराने साल्वर को बुलाया गया लखनऊ
राकेश यादव ने खुलासा किया कि लखनऊ के ऑनलाइन परीक्षा केन्द्रों पर पर्चा हल करने के लिये पुराने साल्वर ही बुलाये गये थे। नौ में से सात साल्वर पहले भी दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं में साल्वर बन चुके हैं। यह परीक्षा यूपी के 13 जिलों में 61 परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित की गई है।
सिन्को लर्निग सेन्टर, मेट्रो मेट्रो नेटवर्क साल्यूशन और योर लिटिल एंजल होम में एसटीएफ ने छापा मारा था। इनके अलावा नौ और परीक्षा केन्द्र एसटीएफ की रडार पर आ गये हैं। यहां से कई दस्तावेज एसटीएफ ने लिये हैं।
सिपाही के दो करीबियों की तलाश
साल्वरों से एसटीएफ को पता चला कि सिपाही अच्युतानन्द से मिलने दो लोग आते थे। इन लोगों ने उसे होटल में रुकवाया था। साथ ही परीक्षा केन्द्रों तक ले जाने में सिपाही के कहने पर इन दोनों ने मदद की थी। इन दोनों ने उन्हें परीक्षा खत्म होने के बाद रुपये दिये थे। राकेश व विवेक इन मददगारों के बारे में और ज्यादा नहीं बता सके।
एसटीएफ के मुताबिक सिपाही के करीबी ये दोनों साल्वरों से मोबाइल फोन पर बात नहीं करते थे। साथ ही परीक्षा केन्द्र पर 50 मीटर दूर ही साल्वर को उतार दिया जाता था। एसटीएफ परीक्षा केन्द्रों के आस पास लगे सीसी कैमरों की फुटेज खंगाल कर इनके बारे में पता लगाने का प्रयास कर रही है।
एसटीएफ के प्रभारी एसएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि गिरोह से जुड़े अन्य लोगों के बारे में पता लगाया जा रहा है। कई और मूल अभ्यर्थियों व साल्वर के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।