बीआरडी के बीचोंबीच से होकर जाता था गांववालों का रास्ता, बंद कराने को लेकर चले ईंट-पत्थर
बीआरडी मेडिकल कालेज परिसर के बीचोंबीच से गांववालों का रास्ता गुजरता था। इस रास्ते को बीआरडी प्रशासन वर्षों से बंद कराना चाहता था। मंगलवार को एक बार फिर यह कोशिश हुई तो गांववालों ने वहां...
बीआरडी मेडिकल कालेज परिसर के बीचोंबीच से गांववालों का रास्ता गुजरता था। इस रास्ते को बीआरडी प्रशासन वर्षों से बंद कराना चाहता था। मंगलवार को एक बार फिर यह कोशिश हुई तो गांववालों ने वहां जुटकर विरोध जताना शुरू कर दिया। ईंट-पत्थर भी चले। विरोध में पुलिसवालों ने लाठियां भांजी और गांववालों को खदेड़ दिया।
बताते हैं कि वर्षों से बीआरडी मेडिकल कालेज के अंदर से होकर यह सड़क मेडिकल कालेज परिसर के पीछे स्थित जंगल छत्रधारी गांव की ओर जाती थी। पूर्व में कई बार बीआरडी प्रशासन और गांववालों के बीच इस रास्ते को लेकर विवाद हो चुका है। इधर, लॉकडाउन लागू हुआ तो बीआरडी प्रशासन ने बैरीकेडिंग करके अस्थाई रूप से सड़क को बंद कर दिया। तब भी कुछ ग्रामीणों ने विरोध जताया था लेकिन कोरोना संक्रमण के भय को देखते हुए उन्हें पीछे हटना पड़ा।
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को बीआरडी प्रशासन दलबल के साथ मौके पर पहुंचा। प्रशासन और पुलिसकर्मियों को आया देख गांववाले भी पहुंच गए। थोड़ी देर तक दोनों पक्षों में विवाद होता रहा। तभी कुछ ग्रामीणों ने ईंट-पत्थर चलाने शुरू कर दिए। इस पत्थरबाजी का जवाब देने के लिए पुलिस ने लाठियां भांजीं और ग्रामीणों को मौके से भगा दिया।