वाहनों पर जाति व धर्म लिखने में ब्राह्मण और क्षत्रिय सबसे आगे, ऐसे 64 वाहन का चालान
यूपी में वाहनों पर जाति व धर्म लिखने के मामले में ब्राह्मण और क्षत्रिय सबसे आगे हैं। यह बात पांच दिन में नम्बर प्लेट व विंड स्क्रीन पर जाति-धर्म लिखे वाहनों के चालान में सामने आई।
वाहनों पर जाति व धर्म लिखने के मामले में ब्राह्मण और क्षत्रिय सबसे आगे हैं। यह बात पांच दिन में नम्बर प्लेट व विंड स्क्रीन पर जाति-धर्म लिखे वाहनों के चालान में सामने आई। पांच दिन में ऐसे 64 वाहनों का चालान किया गया। इसमें 18 कारों पर ब्राहम्ण, 15 कारों पर क्षत्रिय और 10 चौपहिया वाहनों पर ठाकुर लिखा मिला। सबसे कम यादव लिखे तीन वाहन मिले। केन्द्र सरकार द्वारा ऐसे वाहनों का चालान सख्ती से किये जाने के दोबारा आदेश आने पर परिवहन विभाग के अफसर हरकत में आये। पिछले एक साल में जाति-धर्म लिखे ऐसे 41 वाहनों का ही चालान हुआ था जबकि अब पांच दिन में ही ऐसे 64 वाहनों का चालान हुआ। इसमें 60 कार और चार ट्रक शामिल हैं।
जिन दो ट्रकों का चालान हुआ, उनकी नम्बर प्लेट व बॉडी पर सक्सेना जी व मुन्नी बदनाम हुई जैसे शब्द लिखे मिले। इसके अलावा बाइक पर जाति या धर्म लिखे जाने का औसत एक हजार मोटरसाइकिलों में एक या दो ही रहा। ऐसे में चार पहिया कार पर सबसे ज्यादा जाति या धर्म लिखकर रौब या भौकाल जामने वालों की खैर नहीं है।
अगर अपने वाहनों में ऐसे कोई शब्द लिखवा लिए हैं तो उसे तत्काल हटवा दीजिए। अगर ऐसा नहीं किया तो यही शब्द आपके लिए बड़ी परेशानी का सबब बन सकते है। गाड़ी का 5000 का चालान हो सकता है और अगर रौब झाड़ा तो गाड़ी सीज भी जा सकती है। पूर्व में इस तरह की कार्रवाई को अंजाम भी दिया जा चुका है। सीएम के सख्त निर्देश पर पुलिस और परिवहन महकमा अलर्ट हो चुका है। कभी भी किसी भी वक्त आपकी गाड़ी पर जातिसूचक शब्द लिखे होने पर रोका जा सकता है।
64 वाहनों में यह शब्द मिले
-18 गाड़ियों में ब्राह्मण
-15 गाड़ियों में क्षत्रिय
-10 गाड़ियों में ठाकुर
-08 गाड़ियों में जाट
-06 गाड़ियों में गुर्जर
-03 गाड़ियों में यादव
-04 गाड़ियों पर धर्म के चिन्ह मिले
केन्द्र सरकार ने कार्रवाई के दिए थे आदेश
केन्द्र सरकार की तरफ से उत्तर प्रदेश सरकार को वाहनों पर साल 2020 में कार्रवाई के लिए पत्र भेजा गया था। दिसंबर 2020 में परिवहन विभाग के अपर परिवहन आयुक्त (प्रशासन) की तरफ से प्रदेश भर के प्रवर्तन अधिकारियों के लिए एक आदेश जारी किया गया था। जिसके तहत जातिसूचक शब्द लिखे वाहनों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद लखनऊ समेत प्रदेश भर में परिवहन विभाग चालान की कार्रवाई शुरू की थी।
भेदभाव पर सीएम ने जताई थी नाराजगी
सीएम ने जातिसूचक शब्द लिखे वाहनों पर नाराजगी जताई थी। मोटर वाहन अधिनियम में भी साफ तौर पर दर्ज है कि वाहन की नंबर प्लेट पर नंबर के अलावा कुछ भी नहीं लिखा जा सकता है।
आरटीओ संदीप कुमार पंकज ने बताया कि वाहनों के किसी भी हिस्से में जातिसूचक शब्द या धर्म से चिन्ह लगाना प्रतिबंधित हैं। ऐसे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है। सबसे ज्यादा ब्राह्मण, क्षत्रिय और ठाकुर लिखे वाहन पकड़े गए है। इनके खिलाफ पांच हजार रुपये जुर्माने के तौर पर चालान काटे जा रहे है।