UP: बीजेपी विधायक ने शासन-प्रशासन पर उठाए सवाल
गोपामऊ के भाजपा विधायक श्याम प्रकाश ने एक बार फिर शासन-प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए ग्राम स्वराज अभियान के तहत चल रहे चौपाल कार्यक्रम में जाने से...
गोपामऊ के भाजपा विधायक श्याम प्रकाश ने एक बार फिर शासन-प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए ग्राम स्वराज अभियान के तहत चल रहे चौपाल कार्यक्रम में जाने से इनकार कर दिया है। इससे आशंका जताई जा रही है कि बीते दिनों विधायक को मिली धमकी के बाद वे भयभीत हैं।
भाजपा विधायक के प्रतिनिधि एवं मीडिया प्रभारी धर्मेश कुमार मिश्र की तरफ से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि शासन प्रशासन द्वारा पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध न होने के कारण रात्रि चौपाल में न जाने का निर्णय लिया है। अब विधायक 15 अगस्त से 15 दिसंबर तक प्रत्येक बूथ पर दिन में चौपाल लगाएंगे। सरकार द्वारा चलाई जा रहीं योजनाओं का प्रचार-प्रसार करेंगे। जनता व पार्टी कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनेंगे। उनका निराकरण भी करेंगे। यह चौपाल सर्व समाज के ग्रामों में आयोजित होने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रस्तावित जनयात्रा के अंतर्गत संपन्न कराई जाएगी।
गौरतलब है कि बीते दिनों विधायक को व्हाट्सएप के जरिए धमकी दी गई थी। उनसे 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। तब प्रेसवार्ता कर उन्होंने सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न लगाया था। अपने स्तर से निजी सुरक्षा गार्ड लगाने के साथ ही रंगदारी के 10 लाख रुपये देने के लिए इंतजाम कर लेने की भी बात कही थी।
जिलाध्यक्ष पर भी उठाए थे सवाल-
इससे पहले विधायक ने भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण शास्त्री की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगाए थे। नुमाइश मैदान पर पूर्व राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल की जनसभा में भी कटाक्ष किया था और कहा था कि जिलाध्यक्ष के गांव कौड़ा से सरकार चल रही है। मुख्यमंत्री के जनपद आगमन के पूर्व सोशल मीडिया पर कटाक्ष किया था। इसमें उन्हें इशारों में ही असहाय बता दिया था। कैराना में हार पर दुख जताते हुए कहा था कि संगठन, संघ के हाथ में लगाम है। मुख्यमंत्री भी असहाय हैं। जनता और विधायक त्रस्त हैं। अधिकारी राज फेल है। अधिकारी व अध्यक्ष भ्रष्ट हैं।