चावल, जौ और मक्का से गोरखपुर में बनेगा बायो फ्यूल, ग्रेन बेस्ड इथेनाल प्लांट में शराब भी बनेगी
गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) में जल्द चावल, मक्का और जौ से बायो फ्यूल (इथेनाल) का उत्पादन होगा। प्लांट में देसी, अंग्रेजी और बीयर का भी उत्पादन होगा। प्लांट 1200 करोड़ की लागत से लगेगा।
गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) में जल्द चावल, मक्का और जौ से बायो फ्यूल (इथेनाल) का उत्पादन होगा। इसके साथ ही प्लांट में देसी, अंग्रेजी और बीयर का भी उत्पादन होगा। करीब 1200 करोड़ की लागत से स्थापित हो रहे प्लांट के भूमि पूजन के साथ ही यूनिट के लिए सिविल वर्क का काम शुरू हो गया है।
कंपनी के एमडी और अन्य सदस्यों ने गीडा में प्लांट की स्थापना को लेकर विजयादशमी के दिन मंत्रोचार के बीच भूमि पूजन किया। ग्रेन बेस्ड (चावल और मक्का आधारित) इथेनॉल प्लांट को लेकर बलिया की कंपनी मेसर्स केयान डिस्टिलरी ने यूपी सरकार से एमओयू किया है। इंडियन ऑयल के साझा सहयोग से स्थापित हो रहे प्लांट में प्रतिदिन करीब 3.50 लाख लीटर इथेनॉल का उत्पादन होगा। साथ ही डिस्टिलरी प्लांट में देसी और अंग्रेजी शराब के अलावा बीयर का भी उत्पादन होगा। इस प्लांट के निर्माण के बाद करीब दो हजार लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। प्लांट ऊर्जा को लेकर आत्मनिर्भर होगा। इस डिस्टिलरी प्लांट में करीब 15 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। प्लांट में खर्च होने के बाद अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में भेजा जाएगा।
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1200 करोड़ की लगात से लग रहा प्लांट
केयान डिस्टिलरीज के एमडी विनय कुमार सिंह ने कहा कि प्लांट एशिया से बड़े इथेनॉल प्लांट में एक होगा। इसके लिए कच्चा माल यूपी के साथ ही बिहार और पश्चिम बंगाल से मंगाया जाएगा। इसके लिए चावल, जौ और मक्का कच्चा माल हैं। इसके अलावा डिस्टिलरी प्लांट में शराब और बीयर आदि का भी उत्पादन होगा। करीब 20 एकड़ में स्थापित हो रहे इस प्लांट के लिए कंपनी ने इंडियन ऑयल के साथ अनुबंध (एमओयू) कर लिया है। प्लांट 18 से 24 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा। ग्रेन बेस्ड इथेनॉल प्लांट पर करीब 750 करोड़ रुपये और डिस्टिलरी प्लांट पर करीब 450 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है।
गीडा, सीईओ, पवन अग्रवाल ने कहा कि गीडा की तरफ से उद्यमियों को जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। इन्फ्रास्ट्रक्चर के काम तेजी से हो रहे हैं। इथेनाल प्लांट के साथ ही दिवाली तक आधा दर्जन बड़ी फैक्ट्रियों में सिविल वर्क शुरू हो रहा है। इथेनाल प्लांट की स्थापना से 2000 को सीधा रोजगार मिलेगा।