बीएचयू प्रोफेसर का वीसी लॉज के सामने 11 मई से आमरण अनशन, क्यों नाराज हुए कॉर्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष?
बीएचयू के प्रोफेसर ओमशंकर ने वीसी लॉज के सामने 11 मई से आमरण अनशन करने का ऐलान किया है। ओम शंकर कॉर्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष भी हैं। विभाग में बेड की कमी और मरीजों को हो रही परेशानी से वह नाराज हैं।
बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल के कॉर्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो.ओमशंकर ने 11 मई से बीएचयू वीसी आवास के बाहर बेमियादी अनशन करने की घोषणा की है। इस दौरान अनशन स्थल पर ही वह ओपीडी भी चलाएंगे। यह जानकारी उन्होंने बुधवार को प्रेसवार्ता में दी। उन्होंने अस्पताल के एमएस पर मनमानी का आरोप लगाया। कहा कि उनके विभाग को 90 बेड की दरकार है लेकिन महज 47 ही हैं। जबकि मार्च 2024 में बनी कमेटी ने 41 बेड बढ़ाने का निर्देश भी दिया था।
उन्होंने कहा कि पर्याप्त बेड के अभाव में पिछले तीन साल में 34 हजार हृदय रोगियों को रेफर करना पड़ा। उन्होंने यह भी बताया कि बेमियादी अनशन का निर्णय 8 मार्च को ही लिया था लेकिन तब आईएएस के निदेशक और डीन से हुई वार्ता में उनकी मांग मान ली गई थी। लिखित आश्वासन भी दिया था। लेकिन दो माह बाद भी बेड एलॉट नहीं किया गया।
उन्होंने अस्पताल के एमएस कई अन्य गंभीर आरोप लगाए। कहा कि निजी लाभ के लिए अस्पताल में कायाकल्प के नाम पर पत्थर के ऊपर ग्रेनाइट लगाया गया। जो संस्था ब्लेक लिस्टेड है उसे सीसीआई लैब दी गई। विटामिन डी और किडनी की रिपोर्ट अक्सर गलत आ रही है। इस बारे में कुलपति को भी कई बार पत्र लिखा गया है।
प्रो. ओमशंकर को मिला नोटिस
प्रो. ओमशंकर के बेमियादी अनशन के ऐलान से विवि में हड़कंप है। मामले में कुलसचिव अरुण कुमार सिंह ने उन्हें नोटिस भेजा है। कहा है कि उनके इस कदम से संस्थान की छवि धूमिल होगी। इसमें विश्वविद्यालय के नियमों की अवहेलना का हवाला भी दिया है। आईएमएस बीएचयू के निदेशक प्रो. एसएन शंखवारा के अनुसार विभाग में यूनिट के हिसाब से बेड मिलता है। कॉर्डियोलॉजी विभाग में दो यूनिट है उन्हे करीब 60 बेड मिला है। मरीजों के लोड को देखते हुए उन्हें और बेड दिया जाएगा। इस मामले में डीन और एमएस से चर्चा की गई है।