बीएचयू कुलपति आवास में तोड़फोड़ में 12 छात्रों पर केस, 7 गिरफ्तार; कैंपस में एक्सीडेंट पर जमकर हंगामा
BHU कैंपस में शनिवार रात कुलपति आवास और चीफ प्रॉक्टर कार्यालय में हुई तोड़फोड़, पथराव की घटना में 12 नामजद और 200 अज्ञात छात्रों के खिलाफ लंका थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है। 7 छात्र गिरफ्तार हो गए हैं।
BHU News: बीएचयू परिसर में शनिवार रात कुलपति आवास एवं चीफ प्रॉक्टर कार्यालय में हुई तोड़फोड़, पथराव की घटना में 12 नामजद और 200 अज्ञात छात्रों के खिलाफ लंका थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है। इनमें सात छात्र गिरफ्तार हो गए हैं। छात्रों के खिलाफ विश्वविद्यालय के सह सुरक्षाधिकारी ने तहरीर दी थी। उल्लेखनीय है कि बीएचयू के डालमिया हॉस्टल के सामने शनिवार देर रात स्कार्पियों से एक मजदूर की मौत के बाद भड़के छात्रों ने जमकर हंगामा किया था। सिंहद्वार पर धरना-प्रदर्शन के अलावा उन्होंने पथराव भी किया था।
आरोप है कि रात में छात्रों ने सुरक्षाकर्मियों से मारपीट भी की। फिर कुलपति आवास में पत्थरबाजी की। गेट पर लगे बैरियर को तोड़ दिया। सरकारी वाहन क्षतिग्रस्त कर दिया। एंबुलेंस का रास्ता रोककर लोगों की जान खतरे में भी डालने का आरोप है। उपद्रवी छात्रों पर बलवा, मारपीट, लोगों की जान खतरे में डालना, अफवाह फैलाने, धमकी, सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने की धाराओं में केस दर्ज हुआ है।
ये भी हैं नामजद
शुभम शुक्ला, संजय गांधी, अनुज राय, अंकित पाल और दुर्गेश यादव भी नामजद किए गए हैं। दूसरे उपद्रवियों की पहचान वीडियो फुटेज से कराई जा रही है। गिरफ्तारी करने वालों में इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्र, उप निरीक्षक संतोष कुमार यादव, सिपाही यतेंद्र कुमार, चंदन गौतम, विजय शुक्ला आदि थे।
ड्राइवर को पकड़ने गाजीपुर गई टीम
उधर, हादसे के जिम्मेदार चालक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस गाजीपुर गई है। एसीपी भेलूपुर डॉ. अतुल अंजान त्रिपाठी ने बताया कि आरोपी गाजीपुर के रहने वाले हैं।
छात्र नेता ने की कार्रवाई की मांग
विश्वविद्यालय परिसर में शनिवार रात का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। उसमें छात्रों पर पुलिस लाठियां बरसाती दिख रही है। एबीवीपी के छात्रनेता ने पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। ‘हिन्दुस्तान’ इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
मजदूर का शव लेकर सिंहद्वार पर धरने पर बैठे परिजन
बीएचयू परिसर में शनिवार रात एसयूवी के धक्के से मृत देवनाथपुरा (दशाश्वमेध) निवासी कृष्णचंद्र का शव लेकर परिजन रविवार अपराह्न सिंहद्वार पहुंच गए। 20 लाख रुपये मुआवजा, सरकारी आवास और नौकरी की मांग करते हुए उन्होंने वहां जाम लगा दिया। मौके पर पहुंचे एसीपी भेलूपुर डॉ. अतुल अंजान त्रिपाठी ने उच्चाधिकारियों तक बात पहुंचाने का आश्वासन दिया। इसके बाद जाम हटा। करीब घंटे भर सिंहद्वार से आवागमन प्रभावित रहा।
विवि परिसर में ही रहता था कृष्णचंद कृष्णचंद विश्वविद्यालय परिसर स्थित सर्वेंट क्वार्टर में मां, पत्नी और बच्चों के साथ रहता था। वह पांडेय हवेली स्थित एक रेस्टोरेंट में तंदूर बनाता था। उसका बेटा आकाश 12वीं का छात्र है। छह बेटियों में पांच की शादी हो चुकी है। सबसे छोटी बेटी 10वीं में है। कृष्णचंद्र की मां बीएचयू में पिता के निधन के बाद नौकरी करती थीं। एक साल पहले वह रिटायर हो चुकी हैं।
ये छात्र हुए हैं गिरफ्तार
बिहार में पश्चिमी चंपारण के महुआ गांव निवासी सूरज कुमार उरांव, दरभंगा में कैथवार के अभिषेक कुमार, छपरा में अशोक नगर के संभव कौशिक, दरभंगा में पंचोभ के यशवर्धन राज, मधुबनी में जमुआरी के प्रत्युष कुमार, शेखपुरा जिले में तेउस के सुदेश पासवान, ओडिसा कटक में कनिका के अमिया संकेत कुमार खुंटिया गिरफ्तार हुए हैं। ये सभी छात्र बिड़ला व ब्रोचा हॉस्टल में रहते हैं।
अफवाह फैलाने का भी लगा है आरोप
पुलिस ने उपद्रवी छात्रों पर अफवाह फैलाने की भी धारा लगाई है। हादसे में मजदूर की मौत की जगह अफवाह फैलाई गई कि एक छात्र की मौत हुई है। इसके बाद छात्र एकजुट हो गए और उग्र प्रदर्शन शुरू कर दिया।