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कांग्रेस लौटने से पहले अखिलेश को चिढ़ाने लगे इमरान मसूद, बोले- BJP विरोध की राजनीति केवल कांग्रेस के ऊपर 

वेस्ट यूपी के चर्चित मुस्लिम चेहरा वाले नेता इमरान मसूद एक बार फिर पलटी मारने जा रहे हैं। बसपा से निष्कासित इमरान मसूद सात अक्टूबर को कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।

Dinesh Rathour एएनआई, सहारनपुरFri, 6 Oct 2023 06:00 PM
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वेस्ट यूपी के चर्चित मुस्लिम चेहरा वाले नेता इमरान मसूद एक बार फिर पलटी मारने जा रहे हैं। बसपा से निष्कासित इमरान मसूद सात अक्टूबर को कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। कांग्रेस में शामिल होने से पहले ही इमरान मसूद ने पार्टी का गुणगान करना शुरू कर दिया है। इमरान मसूद अपने बयान के जरिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव को भी चिढ़ाते नजर आ रहे हैं। कांग्रेस में वापसी से पहले सहारनपुर में इमरान मसूद ने कहा, 'मौजूदा हालात में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा की। उसके बाद परिवर्तन का युग शुरू हुआ...पहले भी, जब मैं पार्टी में था, तो मुझे काम करने का बहुत अच्छा अनुभव था। दुर्भाग्य से 1-1.5 साल तक मैं पार्टी का हिस्सा नहीं था. अब मैं 'घर वापसी' कर रही हूं...। इमरान मसूद का ये बयान कहीं न कहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव को चिढ़ा रहा है।  

दो साल में तीसरी बार पार्टी बदल रहे हैं इमरान मसूद

बसपा से निष्कासित इमरान मसूद दो साल में तीसरी बार पार्टी बदल रहे हैं। इमरान मसूद सात अक्टूबर को एक बार फिर कांग्रेस ज्वाइन कर सकते हैं। इमरान के दोबारा कांग्रेस में शामिल होने को उनकी घर वापसी भी कही जा रही है। दो साल पहले तक इमरान कांग्रेस में ही थे। खुद को प्रियंका गांधी और राहुल गांधी का करीबी बताते-बताते विधानसभा चुनाव से ठीक पहले समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली। यहां टिकट नहीं मिला तो बसपा का दामन थामा। यहां भी ज्यादा समय तक वह टिक नहीं सके।

टिकट के लिए दबाव बनाने के आरोप में बसपा से निकाले गए थे इमरान

बसपा ने इमरान मसूद पर टिकट के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। बसपा ने इमरान मसूद को पार्टी में शामिल करने के साथ ही पश्चिमी यूपी का प्रभारी भी मुस्लिम वोटों के कारण ही बनाया था। बसपा का मानना है कि दलितों के साथ अगर मुस्लिम वोटों का साथ मिल जाए तो कोई भी सीट जीती जा सकती है। निकाय चुनाव में इमरान मसूद के आने के बाद भी बसपा को खास सफलता नहीं मिल सकी। मुस्लिम समाज का वोट कांग्रेस और सपा में भी बंटने के कारण इसका सीधा लाभ भाजपा को हुआ। जिन सीटों पर बसपा ने पिछली बार अपना मेयर बनाया था वहां भी सफलता नहीं मिल सकी।

समर्थकों ने भी कांग्रेस जाने की सलाह दी

बसपा से निष्कासन के बाद से इमरान मसूद की सियासी गाड़ी मझधार में फंसी हुई है। पिछले दिनों उन्होंने अपने समर्थकों का एक सम्मेलन बुलाया था। इसमें ज्यादातर कार्यकर्ताओं ने उन्हें वापस कांग्रेस ही ज्वाइन करने की सलाह दी थी। इसके बाद से ही उनके कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाएं शुरू हो गई थी। हालांकि, इमरान मसूद ने उस समय अपने पत्ते नहीं खोल थे। इसी के बाद खबर आई कि इमरान मसूद दिल्ली में कांग्रेस के कई राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के संपर्क में हैं। कुछ दिनों पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय से भी उनकी मुलाकात की बातें कहीं जा रही हैं। इस मुलाकात के बाद ही उनकी दोबारा कांग्रेस में वापसी की राह खुली है।

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